पलामू(PALAMU): राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव दो दिनों से पलामू में हैं. 8 जून को एक मामले में उनकी अदालत में पेशी होनी है. यह मामला चुनाव प्रचार के दौरान सभा स्थल पर बिना इजाजत के हेलिकॉप्टर उतारने से जुड़ा है. उनसे मिलने आज झारखंड के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी सर्किट हाउस पहुंचे। उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. खबर में आगे जानिये उनके बीच आखिर क्सा बातचीत हुई

नामधारी ने बताया कि लालू यादव की इच्छा शक्ति बहुत मजबूत है और यही आत्मबल उनके स्वास्थ्य को ताकत देता है. मौजूदा दौर की राजनीति पर उनके बीच बातचीत हुई, जिसमें ‘हिन्दू-मुस्लिम’ को सियासत के औजार बना दिए जाने पर हम दोनों ने चिंता प्रकट की. नामधारी ने बताया कि वह खुद राजनीति से संन्यास ले चुके हैं, इसलिए हम दोनों के बीच सामाजिक एवं विकासात्मक मुद्दे पर ही विचारों के आदान-प्रदान हुए. नामधारी ने बताया कि हर मस्जिद में शिव की तलाश करना और पैगम्बर मोहम्मद साहब के बारे में आपत्ति जनक बोला जाना, इस महान देश के परम्परा में नहीं है. इससे बचा जाना चाहिए.

पूर्व विधानसभाध्यक्ष ने बताया कि लालू जी उम्र के उस पङाव में हैं, जहां हम दोनों का साम्य है. मैं स्वयं उनके मंत्रिमंडल के एक सदस्य के रुप में काम कर चुका हूँ, स्वाभाविक है कि, जब वह हमारे गृह नगर आए तो, शिष्टाचार वश भेंट करना मेरा कर्तव्य है. चारा घोटाले की चर्चा करते हुए नामधारी ने बताया कि झारखंड बिहार से निकला एक प्रांत है, सो बिहार के नेता, जैसे लालू जी और दिवगंत पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा सजायाफ्ता होकर यहीं के कारागार में बंद होते थे, वह उन्हें आध्यात्मिक पुस्तक देने जेल जाते थे, विशेष कर मिश्रा जी को, वह भी मेरे लिए सम्मानित एक नेता थे. नामधारी ने सरसंघचालक मोहन भागवत के बयान के हवाले से बताया कि शिवलिंग के बहाने जो तमाशा हो रहा है, वह देश हित में नहीं है. इस बात को मेरा उन्हें समर्थन है.

रिपोर्ट: जफर हुसैन, पलामू