पटना(PATNA): बिहार सरकार में शामिल गठबंधन दलों के बीच जिस तरह टन-टुन की खबर इधर के महीनों में शुरू हुई. जदयू और भाजपा के बयान जिस प्रकार आते रहते हैं. उससे राज्य की राजनीतिक स्थिति में कई उछाल की संभावना है. वहीं मध्यावधि चुनाव की आशंका से भी इंकार नहीं किा जा सकता है. चिराग पासवान की सियासी सक्रियताओ से लग रहा कि वो चुनाव के पक्ष में हैं. उन्होंने लोजपा के सदस्यता अभियान को तेज कर दिया है.
50 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य
चिराग पासवान का 50 लाख सदस्य नेता को जोड़ने का टारगेट है. पटना पहुंचे चिराग ने कहा,जिस तरीके से सात निश्चय योजना है उसी तरह से बिहार फर्स्ट , बिहारी फर्स्ट को भी जोड़ने की बातें दिवंगत नेता रामविलास पासवान भी कहते रहे थे. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. किसी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर कहा, मैं किसी गठबंधन के साथ फिलहाल नहीं जा रहा हूं जो भी दल बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट मिशन के नजदीक आएंगे, उसी पार्टी के साथ हमारा गठबंधन भी होगा.
नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस तरह से आज बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर है. बिहार में हत्याएं अपराधिक घटनाएं हो रही हैं, इन तमाम चीजों के जिम्मेदार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताया.

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