धनबाद(DHANBAD):  कभी सत्यदेव सिंह धनबाद जिला परिषद के अध्यक्ष हुआ करते थे. जिला परिषद के 2016 और 2022 में हुए चुनाव में बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो 'किंग मेकर' की भूमिका में दिखे. 2016 में भी उन्होंने ज़िप सदस्यों को धनबाद से बाहर भेज कर रोबिन चंद्र गोराई को अध्यक्ष बनाने में कामयाबी हासिल की थी. वहीं, इस बार 2022 के चुनाव में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों पदों पर उनके मनपसंद उम्मीदवार कुर्सी पर काबिज हुए हैं.

इन प्रत्याशियों को मिली जीत  

अध्यक्ष पद पर जहां शारदा देवी विजयी रहीं, वहीं तमाम रसाकशी और उठापटक के बीच उपाध्यक्ष पद भी ढुल्लू महतो के सपोर्टर सुभाष रवानी की पत्नी सरिता देवी के पक्ष में गया है. अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनवाने में सफल रहे ढुल्लू महतो अपने राजनीति प्रतिद्वंदियों को मात दी है. बता दें कि इस बार गांव की सरकार में बदलाव की बयार बही तो लोगों को उम्मीद बढ़ी कि सचमुच कुछ बदलाव दिखेगा, लेकिन हुआ वही सब जो पहले से होता आया है. बता दें कि एक समय धनबाद जिला परिषद अखंड बिहार का सबसे पैसे वाला जिला परिषद हुआ करता था लेकिन समय के थपेड़ों ने इसे भी कमजोर कर दिया. 2016 के पहले पूर्व विधायक फूलचंद मंडल की पुत्र वधू माया देवी अध्यक्ष की कुर्सी पर थी.

क्या होगा धनबाद के गांवों का विकास?

सबसे बड़ा सवाल है कि विधायक ढुल्लू महतो के प्रयास से धनबाद जिला परिषद ग्रामीण क्षेत्रों का विकास कर पाएगी या फिर वैसा ही सब कुछ होगा, जैसे पहले होते आया है. नवनिर्वाचित अध्यक्ष शारदा देवी ने कहा कि विधायक ढुल्लू महतो उनके राजनीतिक गुरु है. उन्होंने कहा कि अब क्षेत्र के विकास का काम होगा, कोई भी समस्या नहीं रहेगी. उपाध्यक्ष बनी सरिता देवी ने कहा कि रोड-सड़क की समस्याओं को दूर करना उनकी प्राथमिकता होगी. पानी की समस्या को भी खत्म किया जाएगा. क्षेत्र में विकास के कार्य होंगे.

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पार्टी के निर्देश पर करता हूं काम: विधायक ढुल्लू महतो

विधायक ढुल्लू महतो ने कहा कि पार्टी के निर्देश पर वह काम करते हैं और इस बार भाजपा समर्थित लोग जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हुए है. उन्होंने सभी 29 निर्वाचित जिला परिषद सदस्यों को बधाई दी और उम्मीद जताई कि ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर विकास के कार्य होंगे. यह पूछने पर कि जिप सदस्यों को दार्जिलिंग भेजने की व्यवस्था क्यों और कैसे की गई तो विधायक ने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है और इस पूरे अप्रत्यक्ष चुनाव में कोई भी राशि खर्च नहीं की गई है. उपायुक्त संदीप कुमार सिंह ने कहा कि आज अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पद पर अप्रत्यक्ष चुनाव का काम पूरा हो गया. शारदा देवी अध्यक्ष और सरिता देवी उपाध्यक्ष निर्विरोध चुनी गई है, क्योंकि सिर्फ एक-एक ही नामांकन अधिकारियों को प्राप्त हुए थे.

रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह के साथ प्रकाश