रांची (RANCHI): मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पथ निर्माण विभाग के पूर्व चीफ इंजीनियर रास बिहारी सिंह के खिलाफ भ्र्ष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB )में प्रिलिमिनरी इन्क्वायरी दर्ज कराने की अनुमति दी है. निलंबित चीफ इंजीनियर के विरुद्ध आय से अधिक सम्पति अर्जित करने की शिकायत ACB को की गयी थी. उनपर आय की तुलना में 199 प्रतिशत अधिक व्यय करने का आरोप है.
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दो साल पहले किये गए थे निलंबित
बता दें कि पथ निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर के पद पर रासबिहारी सिंह लगातार चार सालों तक काबिज रहे. कहा जाता है कि रघुवर सरकार में मुख्य सचिव रही राजबाला वर्मा का उन्हें विशेष संरक्षण हासिल था. शिड्यूल ऑफ रेट (SOR) में अनियमितता बरतने का उनपर आरोप है. हेमंत सरकार ने इसी को आधार मानते हुये उन्हें 25 जनवरी 2020 को निलंबित कर दिया था.
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सत्ता के संरक्षण से पहुंचे ऊंचे पद तक
कहा जाता है कि रासबिहारी सत्ता के संरक्षण के सबब ऊंचे पद तक पहुंचे. आरोप यह भी है कि चीफ इंजीनियरी पद की वांछित योग्यता भी न थी. को तीन सीनियर इंजीनियरों को दरकिनार कर चीफ इंजीनियर बना दिया गया था. उन्हें अधीक्षण अभियंता अग्रिम योजना के साथ ही सीडीओ का मुख्य अभियंता भी बना दिया गया था.

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