गुमला (GUMLA): मॉनसून के दस्तक देते ही राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों से वज्रपात की खबरें मिलने लगी हैं. इसी कड़ी में गुमला जिले के भरनो प्रखण्ड में दो अलग-अलग गांवों में वज्रपात से एक महिला की मौत हो गयी है,जबकि एक महिला बुरी तरह से झुलस गई है और 6 बच्चे भी इसकी चपेट में आये हैं.

खेत मे धान का बिचड़ा लगा रही थी सरिता

घटना प्रखण्ड के दक्षिणी भरनो पंचायत अंतर्गत हेठटोली गांव के नदी के समीप की है, जिसमे हेठटोली निवासी सरिता बाड़ा (32) की मौत हो गई. सरिता अपने पति विनोद बाड़ा और बच्चों के साथ नदी के किनारे स्थित खेत मे धान का बिचड़ा लगा रही थी, इस क्रम में बारिश होने लगी बारिश से बचने के लिए सभी लोग बगल के बारी स्थित एक घर मे सभी बचने गए. तभी अचानक बिजली गिर गई. सरिता गिरकर बेहोश हो गई. साथ ही उसकी पुत्री अनामिका बडा (9), पुत्र एसु सुलेमान बाड़ा (6),पड़ोस के बच्चे छोटी कुमारी (9),अनिकेत खेस (4),अनिता कुमारी (14) और खुशी कुमारी (8),भी मूर्छित होकर गिर गए. बच्चों को होश आ गई, लेकिन सरिता को बेहोश की अवस्था में सरिता ,अनिता और खुशी को स्वाथ्य केंद्र भरनो पहुंचाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने  सरिता  को मृत घोषित कर दिया. ,अनिता और खुशी का खबर लिखे जाने तक इलाज चल रहा था. घटना मंगलवार को साढ़े बारह बजे दिन की है. 

दूसरी घटना कुम्हरो गांव की है, शिवना उरांव(35) अपने खेत से चर रही बकरियों को अपने घर ला रही थी, इस क्रम में वज्रपात की चपेट में आकर झुलस कर बेहोश हो गई. ग्रामीणों के सहयोग से स्वास्थ्य केंद्र भरनो पहुंचाया गया,जहाँ डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची रेफर कर दिया.

आपदा प्रबंधन ने की अपील- जबतक जरूरी कार्य न हो तो बाहर निकलने से बचें 

सीओ संजीव कुमार ने कहा कि बरसात के दिनों में आसमानी बिजली के कारण पशुओं और मनुष्यों को काफी नुकासन पहुचता है, इसके लिए आपदा  प्रबंधन मद से मुआवजा का प्रावधान है, ग्रामीणों से अपील है कि बरसात के दिनों में वेवजह बारिश के समय घर के बाहर नही निकलें,और अगर निकले भी हैं तो पेड़ के नीचे नहीं बचें. वज्रपात की घटना से बचें. भरनो में बज्रपात की घटना के बाद घायलों को अस्पताल पहुँचाने और इलाज कराने में पूर्व मुखिया मुकेश उराँव,शंकर उराँव,आशीष नाथ शाहदेव,जयराम उराँव आदि ने काफी सहयोग किया. 

 

रिपोर्ट :प्रेम कुमार (गुमला )