रांची (RANCHI) :  झारखंड में फोरेंसिक जांच के लिए अभी सिर्फ नामकुम में लैब है. जिसमें कई सालों से खाली पदों पर आज नियुक्ति की गई. जरूरत पड़ी तो इसका विस्तार किया जाएगा। इसके बाद झारखंड के सभी पांचों प्रमंडल में वैज्ञानिक प्रयोगशालाएं खोली जाएंगी. इसका लाभ फोरेंसिक जांच में होगा. ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहीं। उन्होंने प्रोजेक्ट भवन में हुए कार्यक्रम में प्रयोगशालाएं के लिए वैज्ञानिकों को नियुक्ति पत्र भी सौंपा. इनकी बहाली से वैज्ञानिक तरीके से किसी घटना की जांच में बड़ी सहायता मिलेगी. समय पर जांच रिपोर्ट आ पाएगी और न्याय हो सकेगा. कार्यक्रम का आयोजन गृह, कारा और आपदा प्रबंधन विभाग ने किया था. मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह गृह विभाग के सचिव राजीव अरुण एक्का भी मौजूद थे. कार्यक्रम में  37 सहायक निदेशक, वरीय वैज्ञानिक पदाधिकारी के अलावा 56 वैज्ञानिक सहायकों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया.

 

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झारखंड में संसाधनों की कमी नहीं

मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त वैज्ञानिकों से कहा कि झारखंड में संसाधनों की कमी नहीं है. यहां के मानव संसाधन काफी हुनरमंद है. ऐसा काम किया जाना चाहिए कि हमारी विधि विज्ञान प्रयोगशाला में दूसरे राज्यों से सैंपल्स यहां आएं और उनकी जांच हो. इससे राज्य का गौरव बढ़ेगा. मुख्यमंत्री बोले कि नई नियुक्ति नियमावली की यह पहली बहाली है. आगे और भी तेजी से नियुक्ति प्रक्रिया चलेगी. बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा.