टीएनपी (TNP DESK): टीवी पत्रकार रहे पर्यावरण प्रेमी हृदयेश जोशी ने आज ट्वीट कर झारखंड में गजराज के संकट पर सवाल उठाया है. वो रहते दिल्ली में हैं, लेकिन पशु व वन प्रेम के सबब उनकी दृष्टि उस हाथी तक जा पहुंची जो जख्मी हालत में पलामू के जंगलों में भटक रहा है.

दरअसल हृदयेश जोशी ने आज ट्वीट किया है, जिसमें वह लिखते हैं- झारखंड के लातेहार फॉरेस्ट डिवीजन में बालूमाथ के जंगलों में ये ज़ख्मी हाथी पिछले 2-3 हफ्ते से बदहाल घूम रहा है. यह तस्वीरें कल की हैं. जिन्होंने इस हाथी को देखा है उनके अनुसार इसके पैर में ज़ख्म है.

CM को भी POST किया TAG
पोस्ट री ट्वीट कर कहते हैं, सवाल है कि क्या ऐसे में यह आगे चल भी पायेगा. विश्वसनीय स्रोतों के अनुसार लातेहार वन विभाग इस हाथी के इलाज करवाने की बजाय इसे अपने डिवीजन से दूसरे डिवीजन में खदेड़ने की कोशिश में लगा है, ताकि यदि हाथी को कुछ होता है तो उनकी ज़िम्मेदारी ना बने. री ट्वीट में आगे लिखा, इसे तत्पर इलाज की ज़रूरत है। उम्मीद है इस मामले में उचित कार्यवाही जल्द से जल्द होगी। कृपया संज्ञान लिया जाये. लेकिन सच तो यह है कि अब तक किसी ने संज्ञान नहीं लिया है, जबकि पोस्ट उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री और संबंधित विभाग को भी टैग किया है.

जानिये झारखंड में अब तक हाथियों की मौत
झारखंड में पिछले आठ साल में विभिन्न कारणों से 60 हाथियों की मौत हो चुकी है. पांच हाथियों को तस्करों ने मार डाला, ट्रेन दुर्घटना से चार हाथियों, बीमारी से पांच हाथियों और आठ हाथी की मौत विभिन्न हादसों में हुई. जबकि एक हाथी को वन विभाग के आदेश के बाद 2017-18 में मारा गया था. 14 हाथियों की अप्राकृतिक मौत हुई है. आठ हाथियों की मौत अधिक उम्र हो जाने के कारण हुई है.

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