चाईबासा (CHAIBASA): छोटानागरा पंचायत के राजाबेड़ा गांव  में एक आंगनबाड़ी केन्द्र है. यह आंगनबाड़ी केन्द्र आठ साल पुराना है और काफी दिनों से बंद पड़ा है. इसकी स्थिति जर्जर हो चुकी है. इससे गांव के बच्चों को शिक्षा संबंधित दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. आंगनबाड़ी केन्द्र को सुचारु रुप से चलाने और नया भवन का निर्माण करवाने को लेकर गांव के मुंडा जामदेव चाम्पियान ने इसकी जानकारी प्रशासन ने को कई बाद दी है. लेकिन अब तक यहां कोई मरम्मत कार्य नहीं करवाया गया.

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मवेशियों ने बनाया आंगनबाड़ी केन्द्र को अपना आशियाना

ग्रामीणों का कहना है कि लगभग आठ वर्ष पहले इस केन्द्र की सेविका सरकारी नौकरी होने के बाद यहां से चली गई. उसके बाद से यह केन्द्र बंद है. वर्षों से यह आंगनबाड़ी केन्द्र भवन जर्जर स्थिति में है. ऐसे में कभी भी भवन गिर सकता है. इस भवन में मवेशियों ने अपना आशियाना बना लिया है. गांव की सहिया अपने घर से कभी-कभी सत्तू आदि लाकर बच्चों को देती है, लेकिन केन्द्र में बच्चों को शिक्षा और भोजन नहीं मिलता है. गांव में 3 से 6 वर्ष की आयु वाले बच्चों की संख्या 30 से अधिक है. बता दें कि आंगनबाड़ी केंद्र बाल विकास और वृद्धि में सहायता प्रदान करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को शिक्षा, अनुपूरक आहार, टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच, स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा प्रदान की जाती है, लेकिन इससे बच्चे पूरी तरह से वंचित हैं.

रिपोर्ट: संदीप गुप्ता, चाईबासा/गुवा