रांची(RANCHI): सिरमटोली सरना स्थल के पास बनाए गए सिरमटोली फ्लाईओवर रैंप को लेकर उठा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा. आज प्रकृति पर्व सरहुल पर भी आदिवासी समुदायों का विरोध जारी है. दरअसल, सरहुल पर्व के अवसर पर जब राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी सह विधायक कल्पना सोरेन के साथ सिरमटोली सरना स्थल पूजा करने पहुंचे उस दौरान एक बार फिर विरोध शुरू हो गया. सरना स्थल का माहौल तनावपूर्ण हो गया.
दरअसल, पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव के नेतृत्व में विरोधी दल ने काला झंडा दिखाकर विरोध जताना शुरू कर दिया. सभी अपने सिर और हाथों पर काली पट्टी बांध विरोध जता रहे थे. इस दौरान सिरमटोली बचाव संघर्ष मोर्चा का नेतृत्व कर रहीं पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव और आदिवासी नेता अजय तिर्की के बीच बहस भी हो गई. गीताश्री उरांव का कहना है कि अपने अधिकारों की रक्षा करने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता. विरोध करना उनका संवैधानिक अधिकार है.
हालांकि, इस दौरान सीएम हेमंत सोरेन पूरी तरह से कड़ी सुरक्षा में थे और सरहुल की पूजा कर वे आदिवासी हॉस्टल में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निकल गए. वहीं, मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन ने हालात बिगड़ने नहीं दिया.
बता दें कि, सिरमटोली फ्लाईओवर के रैंप को सिरमटोली सरना स्थल के पास से हटाने के लिए कई दिनों से आदिवासी समुदाय विरोध जता रहे हैं. इसे लेकर रांची बंद भी समुदाय द्वारा बुलाया गया था. वहीं, सरकार द्वारा सरना स्थल के मेन गेट के पास से रैंप की लंबाई को छोटा करने का निर्णय भी ले लिया गया है. लेकिन अभी भी आदिवासी समुदाय की मांग है की रैंप स्थल के पास से पूरी तरह से हटाई जाए. ऐसे में आज सरहुल शोभायात्रा पर रैंप हटाने को लेकर फिर विरोध जताया जा रहा है.
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