पटना(PATNA):बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान आज सुबह 7 बजे से शुरू हो गया, जो शाम 5 बजे तक चलेगा.इस चरण में 3 करोड़ 70 लाख से अधिक मतदाता राज्य की 122 सीटों पर कुल 1302 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. यह चुनावी प्रक्रिया बिहार की राजनीति के लिए अहम मोड़ पर है, क्योंकि इस चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार के आधा दर्जन से अधिक मंत्री भी चुनावी मैदान में है.
आज दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान जारी
दूसरे चरण में 122 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है, जो बिहार के विभिन्न जिलों में फैली हुई है.इनमें राज्य के कई महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल है, और इन सीटों पर चुनावी परिणाम राज्य की राजनीति पर गहरा असर डालने वाले है. दूसरे चरण का चुनावी मुकाबला खासतौर पर महागठबंधन और एनडीए के बीच सीधा है, जहां दोनों गठबंधन अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है.
ग्रामीण मतदाताओं की भागीदारी इस चरण में महत्वपूर्ण
इस चरण के चुनाव में 45,399 मतदान केंद्र बनाए गए है, जिनमे से 40,073 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित है.इस तरह से ग्रामीण मतदाताओं की भागीदारी इस चरण में महत्वपूर्ण होगी.बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी प्रक्रिया कभी भी चुनौतीपूर्ण रही है, जहां मतदाताओं तक सुरक्षा, सुविधा, और मतदान के लिए जागरूकता सुनिश्चित करना अहम होता है.
कुल मतदाताओं में 1.75 करोड़ महिलाएं
इस बार, कुल मतदाताओं में 1.75 करोड़ महिलाएं शामिल है, जो इस चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकती है.महिला मतदाताओं की संख्या में वृद्धि, महिलाओं की सशक्तीकरण के प्रयासों और नीतीश कुमार सरकार के महिला-हितैषी फैसलों का नतीजा हो सकता है. महिला मतदाता यह निर्णय कर सकती है कि कौन सी पार्टी उनके हितों को बेहतर तरीके से बढ़ावा देती है.
नीतीश कुमार के आधा दर्जन से अधिक मंत्री भी चुनावी मैदान में है
इस चुनावी दौर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आधा दर्जन से अधिक मंत्री भी चुनावी मैदान में है.इनके चुनावी क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर मतदान हो रहा है, क्योंकि मतदाता इन नेताओं के कार्यों और उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए वोट डालने के लिए उत्साहित है. इन मंत्रीयों की चुनावी किस्मत पर इस बार के मतदान का बड़ा असर पड़ने वाला है, और यह परिणाम बिहार में राजनीतिक समीकरणों को आकार देने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.
हर मतदान केंद्र पर सुरक्षा बल तैनात
चुनाव आयोग ने इस बार की चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है.हर मतदान केंद्र पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, ताकि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो सके और कोई अप्रिय घटना न घटे.साथ ही, चुनाव आयोग ने कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की भी अपील की है.इसके अलावा, मतदान केंद्रों पर हेल्प डेस्क और सुचना केंद्र भी बनाए गए हैं ताकि किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके.
महागठबंधन और एनडीए दोनों ही गठबंधन अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे है
महागठबंधन और एनडीए दोनों ही गठबंधन अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे है.राजद, कांग्रेस और अन्य महागठबंधन सहयोगियों का कहना है कि वे इस चरण में भारी मतों से जीत हासिल करेंगे, जबकि एनडीए का दावा है कि उन्हें जनता का समर्थन मिलेगा और वे सरकार बनाएंगे. खासतौर पर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके समर्थक मंत्री यह दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार ने बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और लोग उनके पक्ष में मतदान करेंगे.
किसकी होगी जीत किसकी होगी हार
दूसरे चरण के मतदान के बाद, बिहार की राजनीति में कई अहम बदलाव देखने को मिल सकते है. इस चरण में होने वाले परिणाम राज्य की मुख्य पार्टीयों और राजनीतिक गठबंधनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे. चुनावी परिणाम, खासकर इस चरण के, यह तय कर सकते हैं कि अगले पांच साल के लिए बिहार की सत्ता की चाभी किसके पास रहेगी.

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