धनबाद(DHANBAD): धनबाद थोड़ा अलग हटकर शहर है. यह शहर दिन की तरह रात में भी जागता है. हालांकि इसके अलग-अलग कारण होते है. पहला तो सकारात्मक वजह यह है कि धनबाद स्टेशन होकर अधिकतर महत्वपूर्ण ट्रेन रात को ही गुजरती है. इस वजह से रेलवे स्टेशन के अगल-बगल के इलाके गुलजार रहते है. स्टेशन से उतरकर रात को ही लोग अपने गंतव्य की ओर बढ़ जाते है. इसलिए भी सड़क पर वाहनों की गतिविधियां बनी रहती है. दूसरी वजह यहां के वैध और अवैध धंधे है. अमूमन काले धंधे रात के अंधेरे में ही होते है. इस वजह से इस धंधे में शामिल लोग दिन में सोते हैं और रात में जागते है.
रात को भी दिन की तरह जागता है धनबाद शहर
धनबाद ही शायद झारखंड में अपने आप में अकेला शहर है, जहां रात भर आपको सुई से लेकर दवाई तक धनबाद स्टेशन के अगल-बगल मिल जाएंगे. रात में धनबाद रेलवे स्टेशन के बाहर एक शहर बस जाता है. ऐसे में रात में भी सड़क पर पुलिस की मजबूत मौजूदगी की जरूरत हमेशा महसूस की जाती है. सूचना के अनुसार सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी के बाद एसएसपी शुक्रवार की देर रात को खुद पूरी टीम के साथ सड़क पर उतरे. शहर का नजारा देखा ,जांच पड़ताल हुई, शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की धर पकड़ भी हुई.
रणधीर वर्मा चौक से शुरू हुआ अभियान
बताया जाता है कि एसएसपी ने रणधीर वर्मा चौक सहित विभिन्न क्षेत्र में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के साथ-साथ एंटी क्राइम अभियान भी चलाया. पहले वह धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पहुंचे, उनके साथ ट्रैफिक पुलिस की टीम भी थी. सिटी एसपी भी थे. धनबाद थाने की पुलिस भी थी. हर एक आने जाने वाले वाहन चालकों की जांच की गई. जांच में कई वाहन चालक पॉजिटिव पाए गए. ऐसे लोगों का वाहन जब्त कर लिया गया. कार और बाइक की डिक्की की जांच की गई. रणधीर वर्मा चौक पर जांच के बाद पुलिस की टीम स्टेशन रोड पहुंची. पुलिस के पहुंचते ही वहां रोज की तरह अड्डा ज़माने वाले लोगों में अफरातफरी मच गई. स्टेशन रोड में बेतरतीब वाहन लगाकर सड़क को जाम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हुई. कई वाहनों के चालान काटे गए. दिन में तो जाम के कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी होती ही है, रात को भी कम परेशानी नहीं होती.
स्टेशन रोड पर होती है बड़ी परेशानी
अगर स्टेशन रोड होकर आपको प्रवेश करना है तो पहले बेतरतीब ढंग से लगे वाहनों से जूझना होगा. वाहन लगाने वालों के ठेंगे पर पूरी व्यवस्था रहती है. अगर कोई नियम का हवाला दे दिया तो मारपीट तक कर दी जाती है. अमूमन कानून पसंद लोग किसी विशेष परिस्थिति में ही स्टेशन रोड की ओर रुख करते है. शराब के शौकीनों की संख्या भी धनबाद में कम नहीं है. पूरे झारखंड में धनबाद शराब की खपत में दूसरा स्थान रखता है. यह अलग बात है कि शराब वैध और अवैध दोनों धनबाद में बिकती है. पुलिस की सक्रियता को निश्चित रूप से कानून पसंद लोग सराहन कर रहे हैं, लेकिन ऐसे लोगों का एसएसपी से एक अनुरोध भी है.
एसएसपी से लोगों की डिमांड भी है
उनका कहना है कि दिन हो या रात, कोयलांचल की सड़कों पर प्रेशर हॉर्न लगाकर गाड़ियां चलाई जा रही है. वाहनों में ऐसी ऐसी लाइट लगाई गई है, जिसका असर सामने वाले पर पड़ता है. कभी-कभी तो कुछ दिखता भी नहीं है. यह बात सही है कि शीशे पर काली फिल्म साट कर चलने वाले वाहनों की संख्या धनबाद में घटी है. यह पुलिस के एक्शन का ही प्रभाव है. सूत्र बताते हैं कि कल रात की जांच में कम से कम 10 लोग शराब पीकर वाहन चलाते पकड़े गए है. उनके खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई होगी. लोग बताते हैं कि पुलिस का एक्शन तेज रहेगा, तो अपराधी किस्म के लोग, दबंगई करने का मकसद पाले लोग खुद "बिल" में रहेंगे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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