औरंगाबाद(AURANGABAD) :बिहार के औरंगाबाद शहर के एक सेमिनार हॉल में पटना से प्रकशित एक बड़े दैनिक अखबार का डिबेट शो चल रहा था. शो में भाजपा के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह, औरंगाबाद सदर के कांग्रेस विधायक आनंद शंकर सिंह और अन्य दलों के नेता मौजूद थे. सभी नेता एंकर और कार्यक्रम में मौजूद जनता के सवालों का जवाब दे रहे थे.इसी दौरान जनता के एक सवाल के जवाब में पूर्व सांसद सुशील सिंह ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने कोई काम नही किया है. हम लोग पूर्ववर्ती सरकार की पाप की गठरी ढ़ो रहे है.जो भी काम हो रहा है, वह हमारी सरकार में हो रहा है.

जमकर हो गया हंगामा 

इस पर विधायक आनंद शंकर सिंह ने आपत्ति जताई.कहा कि ऐसी बात मत कहिए. आपके पिताजी भी दो बार कांग्रेस से विधायक रहे. इसका मतलब उन्होने भी कोई काम नही किया और आप उनकी भी पाप की गठरी ढ़ो रहे है. इस पर पूर्व सांसद अपने पिता स्व. रामनरेश सिंह उर्फ लूटन बाबू द्वारा किए गए कार्यों को गिनाने लगे.यह सुनकर विधायक ने कहा कि आपने स्वयं के और अपने पिताजी के काम गिना दिए.मैंने भी काम किए है, मेरे द्वारा किए गए कार्यों को भी स्वीकार कीजिए, इसका कुछ क्रेडिट हमें भी मिलने दीजिए. इसी बात पर पूर्व सांसद भड़क उठे और तल्ख लहजे में कहा कि "बाप-दादा पर मत आइए, कुछ भी हो जाएगा. इसके बाद ही बड़ा कांड हो गया.

जदयू जिलाध्यक्ष ने बात बढ़ने से रोका

पूर्व सांसद और विधायक में हो रही तीखी नोंक झोंक के दौरान जदयू के जिलाध्यक्ष व रफीगंज के पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह ने बीच बचाव किया. उन्होने बीच में आकर विधायक आनंद शंकर सिंह को शांत कराया. पूर्व विधायक की पहल से दोनों के बीच मामला तो शांत हो गया लेकिन दोनों के समर्थक आपस में भिड़ पड़े.          

दोनों के समर्थक भिड़े, धक्कामुक्की, खींचतान व हुई नारेबाजी

दोनों नेताओं के बीच नोंकझोंक के बाद उनके समर्थक आक्रोशित हो गए.वें दर्शक दीर्घा से सीधे मंच के नीचे तक पहुंच गए. दोनों पक्षों के बीच जमकर धक्का-मुक्की और खींचतान हुआ. दोनों पक्ष अपने नेता के समर्थन में जिंदाबाद के नारे लगाने के साथ अन्य तरह की बात कहने लगे.नौबत मारपीट होने जैसी बन आई लेकिन दोनों पक्षों के समझदार लोगों ने मामला संभाल लिया अन्यथा हिंसक घटना भी हो सकती थी.