दुमका(DUMKA): जिले का शिकारीपाड़ा प्रखंड कोयले के काले कारोबार में में काफी आगे रहा है. पिछले वर्ष तो धनबाद की कोयला नगरी की तरह यहां से एलपी ट्रकों से कोयले का परिवहन किया जा रहा था. हालांकि, बाद में प्रशासन की तत्परता और मुस्तैदी से कई अवैध कोयला खदानों को डोजरिंग कर ध्वस्त कर दिया गया. इसके बावजूद समय-समय पर कोयला माफिया अवैध कोयला खनन कर बहती गंगा में हाथ धोते रहते हैं, जिसकी सूचना प्रशासन को मिलती रहती है.

टास्क फोर्स की टीम ने किया औचक निरीक्षण

वहीं, आज यानी गुरुवार को जिला खनन टास्क फोर्स की टीम ने शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के बादल पाड़ा क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में टीम ने पूर्व में ध्वस्त किए गए खदानों और अन्य गड्ढों का अवलोकन किया और पाया कि फिलहाल इस क्षेत्र में कोयले का अवैध खनन नहीं किया जा रहा है.

कार्रवाई इसलिए ताकि ना पनप सके अवैध खनन का धंधा

इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू और एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी ने कहा कि जिला खनन टास्क फोर्स की यह एक रेगुलर कार्रवाई है ताकि क्षेत्र में अवैध खनन एवं परिवहन का धंधा फिर से ना पनप पाए.

रिपोर्ट: अब्दुल अंसारी, दुमका