रांची(RANCHI): मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव पद पर रहे वरिष्ठ IAS अधिकारी राजीव अरुण एक्का की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. तबादला और जांच आयोग के गठन के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें तलब किया है. उन्हें 15 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. जानकारी के अनुसार राजीव अरुण एक्का के खिलाफ पुख्ता सबूत प्रवर्तन निदेशालय के हाथ लगे हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें सबूत के आधार पर राजीव अरुण एक्का को बुलाया है. निदेशालय के पास विशाल चौधरी के मोबाइल और दस्तावेज से कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं. इसी संबंध में पूछताछ की जाएगी.
राजीव अरुण एक्का से संबंधित मिले कई साक्ष्य
सूत्र बताते हैं कि सत्ता के लाइजनर विशाल चौधरी के यहां छापेमारी में राजीव अरुण एक्का के संबंध में कई साक्ष्य मिले हैं. उसके मोबाइल से कई सरकारी संचिकाओं के संबंध में सूचनाएं मिली हैं. प्रवर्तन निदेशालय को भाजपा की ओर से भी विशाल चौधरी के दफ्तर में संचिका निष्पादन संबंधी वीडियो फुटेज उपलब्ध कराया गया है. भाजपा द्वारा जारी किए गए वीडियो फुटेज में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव पद पर रहते हुए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्का संचिका का निष्पादन करते पाए गए हैं.
एक्का को ईडी का समन
राजीव अरुण एक्का प्रवर्तन निदेशालय (ED) के द्वारा जारी समन का सम्मान करते हुए पूछताछ के लिए रांची के हिनू स्थित जोनल ऑफिस जाते हैं या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है. संभव है वे अपने वकील के माध्यम से समय की मांग कर सकते हैं. एक्का के खिलाफ राज्य सरकार ने वीडियो फुटेज प्रकरण के सामने आने के बाद पंचायती राज विभाग में तबादला कर दिया था. सोमवार की देर रात उन पर लगे आरोप की जांच के लिए एक सदस्य जांच आयोग का गठन झारखंड उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता के नेतृत्व में किया है.
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