रांची (RANCHI): झारखंड में हुए बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच एक बार फिर तेज हो गई है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) छत्तीसगढ़ के शराब कारोबारी राजेंद्र उर्फ चुनू जायसवाल को जल्द ही रिमांड पर लेने की तैयारी में है. कुछ दिन पहले ही एसीबी ने उन्हें गिरफ्तार किया था. अब उनसे सीधे पूछताछ करने के लिए रिमांड आवेदन दाखिल किया जा रहा है.
ACB को शराब सप्लाई में अनियमितताओं के पुख्ता सबूत मिले
जांच से जुड़े सूत्र बताते हैं कि एसीबी के हाथ ऐसे कई दस्तावेज और तकनीकी रिपोर्ट लगे हैं, जिनमें देशी शराब की आपूर्ति में बड़ी गड़बड़ियों का जिक्र है. बताया जा रहा है कि सप्लाई किए गए कई बैच गुणवत्ता मानकों पर खड़े नहीं उतरे. अब यह जांच का विषय है कि कमी कहाँ पर और किसकी मिलीभगत से हुई.
वेलकम डिस्टलरीज के डायरेक्टर हैं चुनू जायसवाल
राजेंद्र उर्फ चुनू जायसवाल वेलकम डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर हैं—उसी कंपनी को झारखंड में देशी शराब की सप्लाई का ठेका दिया गया था. जांच एजेंसी का अनुमान है कि ठेका मिलने के बाद सप्लाई चेन में व्यवस्थित ढंग से घपले किए गए, जिसके पीछे एक सक्रिय सिंडिकेट की भूमिका हो सकती है.
छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले में भी था नाम
चुनू जायसवाल का नाम पहली बार किसी जांच में नहीं आया है. इससे पहले छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले में भी उनका कनेक्शन सामने आ चुका है. दोनों राज्यों में ठेकों के पैटर्न और अनियमितताओं की प्रकृति एक जैसी होने से जांच एजेंसियां इस मामले को गंभीरता से देख रही हैं.
रिमांड से खुलेंगे कई बड़े राज?
ACB अधिकारियों के अनुसार, रिमांड पर लेकर पूछताछ करने से निम्न सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है,
सप्लाई में गड़बड़ी का मास्टरमाइंड कौन था?
क्या विभागीय अधिकारियों की भी इसमें मिलीभगत थी?
गुणवत्ता से समझौता क्यों किया गया?
क्या झारखंड और छत्तीसगढ़ में समान सिंडिकेट एक्टिव था?
एजेंसी अब पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने की तैयारी में है.

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