धनबाद(DHANBAD) | बिहार के चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज का पूरी तरह से हवा में उड़ गई. एनडीए की आंधी में जनसुराज पार्टी उड़ गई. पार्टी को लगभग चार प्रतिशत वोट मिले. यह अलग बात है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने इसके कई कारण गिनाये है. उन्होंने कहा है कि पार्टी बिहार चुनाव में मिली हार की समीक्षा कर रही है. लेकिन इस बात का उन्होंने दावा जरूर किया कि इतनी बड़ी हार के बावजूद पार्टी अपने मुद्दों के साथ आगे बढ़ती रहेगी. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी चुनाव के नतीजे से हताश नहीं है, बल्कि जनता के सवालों के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ी है.
कहा -बिहार के लोग राजद की सत्ता में वापसी की आशंका से डर गए
3 सालों की लगातार मेहनत के बाद एक भी सीट नहीं मिलने की वजह यह रही कि बिहार के लोग राजद की सत्ता में वापसी की आशंका से डर गए. पार्टी को वोट क्यों नहीं मिले, यह हमारे अपने आप में भी सवाल है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों ने राजद को रोकने के लिए वोटिंग की और इसका फायदा एनडीए को मिल गया. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को कम से कम 15% वोट मिलने चाहिए थे. पर नहीं मिले. ऐसा क्यों हुआ, इस पर विचार किया जा रहा है. बिहार को बदलने की जिद पर हम कायम रहेंगे.
आरोप ; चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से नहीं हुआ
उदय सिंह ने आरोप लगाया कि बिहार चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया और कैश ट्रांसफर के जरिए वोट खरीदे गए. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने वोट खरीदने के लिए 40,000 करोड़ रुपये खर्च किये. उनके अनुसार, इस कथित फंडिंग का सीधा असर शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास पर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अगर एनडीए को उनके किए गए कार्यों पर यह बहुमत मिलती तो हमें बहुत खुशी होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो

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