रांची RANCHI): राजधानी रांची में अपराधियों का मनोबल कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है. आपराधिक गतिविधि को अंजाम देने से जरा भी नहीं हिचक रहे. वही दूसरी तरफ अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने जा रही पुलिस टीम पर हमला करने से भी अपराधी नहीं चूक रहे. ऐसा ही एक मामला रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में आया जहां एक बंदर का रेस्क्यू करने गई पुलिस टीम और फॉरेस्ट विभाग की टीम पर हमला किया गया.
दरअसल एच ई सी सेक्टर 2 साइट 4 इलाके स्थित एक आवास में बंदर के रखे जाने की शिकायत वन विभाग की मिली. पेटा के द्वारा ईमेल के जरिए इस शिकायत के निबटारे के लिए वन विभाग की टीम देवाशीष पाल के आवास पर पहुंची और उसे नोटिस किया. वन विभाग के द्वारा 01 अप्रैल को देवाशीष पाल को नोटिस कर बंदर को सौंपने को कहा गया. लेकिन इसे लेकर वो लगातार बहना बनाने लगा और फिर जब वन विभाग की टीम के द्वारा दबाव बनाया जाने लगा तो फरार हो गया और लगातार टीम को चकमा देने लगा.
मामले में देवाशीष पाल के द्वारा सहयोग न किए जाने पर वन विभाग के द्वारा जगन्नाथपुर थाने की पुलिस का सहयोग लिया गया. जब टीम देवाशीष पाल के घर पहुंची और गेट के अंदर दाखिल होने के लिए लोहे की गेट को जैसे ही छुआ पुलिसकर्मियों को करंट के झटके लगे. किसी तरह करंट को हटाकर पुलिस और वन विभाग की टीम अन्दर दाखिल हुई लेकिन जैसे ही बंदर को पकड़ने के लिए फॉरेस्ट विभाग की टीम ने जाल फेंका वैसे ही आशीष पाल के द्वारा लाठी से टीम पर हमला किया गया. इसके बाद बाद जब पुलिस देवाशीष को पकड़ने के लिए आगे बढ़ी तो उसने पुलिस कर्मियों पर मिर्ची पाउडर से हमला कर दिया. इस मिर्च पाउडर के हमले से पुलिस कर्मियों के आंखों के सामने अंधेरा छा गया जिसका लाभ उठा आरोपी देवाशीष बंदर के साथ फरार हो गया.
बहरहाल देवाशीष पाल एक शातिर अपराधकर्मी है और उसके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज है. ऐसे में शातिर अपराधकर्मी के द्वारा पुलिस पर हमला कर फरार होना उसके दुस्साहस को दर्शाता है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन
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