धनबाद(DHANBAD):  विश्व जनसंख्या दिवस पर एक बार फिर यह सवाल उठा कि  जनसंख्या नियंत्रण पर बात क्यों नहीं आगे बढ़ रही है? क्यों राजनीतिक दलों में  इस मुद्दे पर बात करने की इच्छा शक्ति नहीं है. विश्व जनसंख्या दिवस  पर धनबाद के बच्चों ने कला और रैली के माध्यम से देश में बढ़ती जनसंख्या पर सवाल किया.  यह पहल झरिया स्थित सामाजिक संगठन 'इंस्टीट्यूशन फॉर नेशनल एमिटी' (INA) द्वारा की गई.  'जनराशि और जलराशि' शीर्षक पर चित्रकला प्रतियोगिता में लगभग 50 बच्चों ने जनसंख्या वृद्धि के अर्थ को दर्शाने वाले आकर्षक चित्र बनाये.   आरएसपी कॉलेज की  छात्रा  रागिनी कुमारी ने अपने कला में बताई  कि  नल से पानी लेने के लिए लोग कैसे उत्सुकता से कतार में खड़े रहते है.  एक छात्रा  स्मृति सिन्हा ने एक नाव को क्षमता से अधिक यात्रियों को लेकर एक विशाल नदी को खतरनाक तरीके से पार करते हुए दिखाया. 

किसी ने 146+ करोड़ की आबादी, प्रदूषण और गरीबी वाले भारत को प्रोजेक्ट किया. चित्रकला प्रतियोगिता से पहले, छात्रों ने ललित कला केंद्र, गांधीनगर, धनबाद से एक रैली निकाली, रैली स्थानीय क्षेत्र में घूमी और बच्चों ने लगातार नारे लगाए 'जनसंख्या घटाओ, भारत बचाओ','क्या चाहती है  भारत माता   - 'जनसंख्या कम करो', 'क्या चाहती है भारत माता  'गरीबी कम करो', जनसंख्या बिल लाओ , देश बचाओ , वोटर नही , नागरिक बनाओ" आदि नारे लगाए.  कुछ तख्तियों पर लिखा था 'अति जनसंख्या विकास नहीं, विनाश है', रैली गांधी नगर से निकल कर, हावड़ा मोटर, पुराना बाजार, शक्ति मंदिर के रास्ते  घूम  कर वापस लौटा, 50 से अधिक बच्चों ने  रैली में हिस्सा लिए. 

 'इंस्टीट्यूशन फॉर नेशनल एमिटी (INA)' के संस्थापक शिक्षक सह सोशल एक्टिविस्ट पिनाकी रॉय ने कहा, -  " अभी हमारे देश कि  जनसंख्या  146 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है.   जनसंख्यावृद्धि पर नियंत्रण राष्ट्रीय एजेंडे में शामिल होना चाहिए, लेकिन राजनीतिक विचार-मंथन असंवेदनशील है.  राजनीतिक दलों में लाखों लोगों को राजनीतिक सभाओं में इकट्ठा करने की होड़ लगी रहती है और वे जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणामों को भूल जाते है.  कोई भी राजनीतिक दल वोट बैंक के लिए  जनसंख्या मुद्दा पर गंभीर नहीं है. 

 बच्चों की रैली समाज के लिए एक आँख खोलने वाली रैली थी "कला प्रतियोगिता के परिणाम 22 जुलाई को कलाकार संजय पंडित और मौसमी राय द्वारा घोषित किए जाएंगे. कार्यक्रम में पिनाकी रॉय के अलावा, हिमांशु पंडित,  सुमन कुमारी, राघवेंद्र सिंह, शिक्षिका मौसमी रॉय, सुप्रीती सान्याल, सालवी राज, सोनू कुमार, मनोज कुमार, अनुष्का खेतान, पल्लवी, पाण्डेय, शिवानी विश्वकर्मा , पीहू खेतान, रिया कोरा, स्मृति सिन्हा, यशिका शर्मा, सुमित कुमार, आदित्य सोनी, दीपशिखा कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, रिंकी कुमारी, रागिनी कुमारी, समर कुमार, नंदनी कुमारी, राजवीर कुमार, मुस्कान कुमारी आदि उपस्थित थे.