पलामू(PALAMU):  सोशल मीडिया ने इस संसार के हर हिस्से में अपनी छाप छोड़ दी है. अगर आपसे कोई पूछे कि सोशल मीडिया पर आप क्या करते हैं. तो ज्यादातर लोगों का यही जवाब होगा कि वे एक दूसरे से संपर्क रखने और ताजातरीन गतिविधियों के बारे में जानने के लिए करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सोशल मीडिया की एक पोस्ट किसी के परेशानियों का हल निकाल सकती है? जी हां, बिल्कुल सही पढ़ा आपने, आजकल पलामू जिला के हैदर नगर प्रखंड क्षेत्र के रहने वाले युवा सामाजिक कार्यकर्ता एआर रहमान खान और  राजन वर्मा ट्विटर का इस्तेमाल कर लोगों की परेशानियां सुलझाने का काम कर रहे हैं. और इससे हर दिन कोई ना कोई लोगों को फायदा भी मिल रहा है.

पहला केस

उदाहरण के तौर पर एक मामला पलामू जिले के सतबरवा प्रखंड के रहने वाले भोला भुइयां का है. भोला भुइयां जंगल से लकड़ी ला कर अपना जीवन बसर कर रहें थे. वृद्धा पेंशन 3 वर्षों से बंद था, भुखमरी की स्थिति थी.  इसकी जानकारी जब एआर रहमान खान पर पहुंची तो उन्होंने इस मामले को मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री परिवहन मंत्री और डीसी पलामू को टैग करते हुए ट्वीट किया, जिस पर स्वास्थ्य मंत्री ने  रिट्वीट करते हुवे डीसी पलामू को आदेश दिया कि सरकार की सभी कल्याणकारी योजना से भोला भुइयां को जोड़ा जाए. जिसके बाद इन्हें सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा गया.

दूसरा केस

दूसरा मामला,पलामू हैदरनगर प्रखंड के बुधु बिगहा मुसहर टोला पर रहने वाले दलित परिवार उज्जवला योजना से वंचित थे, इसकी जानकारी जब राजन वर्मा पर पहुंची तब उन्होंने इस मामले को ट्विटर पर मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री, विधायिका सीता सोरेन को टैग करते हुए ट्वीट किया जिस पर, सीता सोरेन ने रीट्वीट करते हुए पलामू डीसी को जरूरमंदो को  उज्जवला से जोड़ने का आदेश दिया. उसके बाद सभी को भारत गैस द्वारा कैंप लगा कर उज्ज्वला योजना से जोड़ा गया.

ये युवा भी आए सामने

पलामू जिले में ऐसे कई युवा सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों की मदद कर रहे हैं. सतीश कुमार हुसैनाबाद, दशरथ यादव हुसैनाबाद अतुल कुमार सतबरवा,भीम बाबू पांडू इरफान अंसारी सिघना,उसमान खान केवाल, मुस्तकीम खान भी ट्विटर के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याओं से मंत्री और अधिकारियों को रुबरू कराते है.