हजारीबाग(HAZARIBAG) बोकारो और गिरिडीह इलाके के मजदूरों की बड़ी तादाद में विदेशों में पलायन होता है, लेकिन कभी-कभी पलायन करना मजदूरों और उनके परिजनों के लिए मुसीबत बन जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ बिष्णुगढ के एक मजदूर के साथ. हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत के खरकट्टो का एक मजदूर दुबई जेल में बंद था. एक महीने बाद जेल से रिहाई हुई. सोमवार शाम को जब घर-परिवार को खबर मिली तब परिजनों में खुशी का माहौल पैदा हो गया. इधर जेल से रिहाई पर प्रवासी मजदूर भी खुश दिख रहा है. दरअसल बिष्णुगढ प्रखंड क्षेत्र के खरकट्टो का एक प्रवासी मजदूर प्रकाश साव काम करने के लिए दुबई गया हुआ था. एक महीने पहले जब वह कुछ काम से बाजार गया था और वह शराब की दुकान के बाहर खड़ा था. तब वहां की पुलिस ने गलती उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसकी सूचना मिलने पर परिजनों के होश उड़ गए थे. परिजनों के द्वारा प्रवासी मजदूर के हित में कार्य करनेवाले सिकन्दर अली के माध्यम से रिहाई की मांग जन प्रतिनिधियों से की जा रही थी. जिसके बाद सभी मिडिया ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया. जिससे उसकी जेल से रिहाई संभव हो पायी. इस रिहाई के लिए प्रकाश साव एवं उनके परिवार वालो ने केंद्र एवं राज्य सरकार,मिडिया बंधुओं एवं प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करनेवाले सिकन्दर अली का आभार प्रकट किया है.
दुबई जेल में बंद प्रवासी मजदूर प्रकाश की हुई रिहाई, परिजनों में खुशी
बोकारो और गिरिडीह इलाके के मजदूरों का बड़ी तदाद में विदेशों में पलायन होता है, लेकिन कभी-कभी पलायन करना मजदूरों और उनके परिजनों के लिए मुसीबत बन जाता है.

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