टीएनपी डेस्क(TNP DESK): पश्चिम बंगाल मे डेंगू कुछ इस कदर अपना कहर बरपा रहा है कि दिन-प्रतिदिन डेंगू के मरीजों का आंकड़ा थमने की जगह बढ़ता ही जा रहा है. आलम यह है कि पुरे राज्य में डेंगू मरीजों की संख्या तीस हजार के पार हो चुकी है. डेंगू मरीजों के इस आंकड़े ने पिछले पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. अचानक से बढ़े डेंगू के इन आंकड़ों ने पुरे स्वास्थ्य विभाग के कान खड़े कर दिए हैं. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार डेंगू से बचाव के लिये लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ नालों और जंगल-झाड़ों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करवा रही है. साथ ही लोगों से यह भी कहा जा रहा है कि वह अपने-अपने इलाके की साफ-सफाई रखें, कहीं भी जल-जमाव नहीं होने दें.
नगर निगम से करें तुरंत संपर्क
साथ ही लोगों से यह भी अपील की जा रही है कि अगर उनके इलाके में ज्यादा संख्या मे कचड़ा दिखे तो वह नगर निगम से संपर्क करें. सही समय पर हुई साफ-सफाई उनके लिये ही नहीं, बल्कि उनके परिवार के लिये भी लाभदायक साबित होगी. अन्यथा, उनकी एक लापरवाही उनके और उनके परिजनों के लिए हानिकारक साबित हो सकती है. राज्य में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मरीजों की संख्या को देखते हुए हर कोई चिंतित है. महज एक हफ्ते में पांच हजार (5369) से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं. उत्तर 24 परगना में संक्रमण के मामले सबसे ज्यादा हैं. यहां 5901 लोग संक्रमित हैं. इस सूची में दूसरे नंबर पर हावड़ा (3866), तीसरे नंबर पर कोलकाता (3406) और चौथे नंबर पर हुगली जिला (3016) है. गौरतलब है कि पिछले 2-3 हफ्तों में ज्यादा डेंगू का संक्रमण हुआ है. वहीं अगर हम पांचवे नंबर की बात करें तो पांचवे नंबर पर बिधाननगर है, जहां 1636 लोग संक्रमित हैं. छठे स्थान पर मुर्शिदाबाद का लालगोला ब्लॉक है, जहां अबतक 753 लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं सातवें स्थान पर पश्चिम बर्धमान है, जहां डेंगू मरीजों की कुल संख्या 243 है. ऐसे अन्य कई स्थान हैं, जहां पर डेंगू की स्थिति काफ़ी भयावह बनी हुई है.
हालांकि डेंगू से अभी तक किसी भी मरीज के मरने की खबर सामने नहीं आई है पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगर स्थिति में जल्द से जल्द सुधार नहीं हुआ तो आने वाला समय काफी भयावह भी हो सकता है. इसलिए इस मामले में आम जनता को भी जागरूक होना होगा.
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