टीएनपी डेस्क(TNP DESK):  मलिकार्जुन खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव जीत गए हैं. उन्हें अपने प्रतिद्वंदी शशि थरूर से 7897 वोटों से जीत मिली. चुनाव में शशि थरूर को लगभग 1000 वोट मिले, वहीं 416 वोट खारिज हुए हैं. खड़गे के चुनाव जीतने के साथ ही 24 साल बाद कोई गांधी परिवार के बाहर का व्यक्ति कांग्रेस अध्यक्ष बनेगा.    

कौन हैं मलिकार्जुन खड़गे?

मालिकार्जुन खड़गे गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं. एक कट्टर कांग्रेसी खड़गे अपने जमीनी स्तर से संगठन में उभरे हैं. 1969 में वे गुलबर्गा सिटी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने और विभिन्न स्तरों पर संगठन के लिए काम किया. उनके अन्य विपक्षी नेताओं के साथ भी अच्छे संबंध हैं.

1969 में थामा कांग्रेस का हाथ  

खड़गे 1969 में कानून के जानकार के रूप में कांग्रेस में शामिल हुए. उन्होंने अपना पहला चुनाव 1972 में गुरमीतकल निर्वाचन क्षेत्र से लड़ा था. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष खड़गे आठ बार विधायक, दो बार लोकसभा सांसद रहे और वर्तमान में वे राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं. अपने पूरे राजनीतिक जीवन में वह एकमात्र चुनाव हारे, वह 2019 का लोकसभा चुनाव था. चुनावी विधानसभा चुनाव और लोकसभा दोनों में उनकी लगातार 10 अभूतपूर्व जीत हुई है.

UPA सरकार में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

खड़गे ने यूपीए सरकार के साथ-साथ कांग्रेस संगठन दोनों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. कर्नाटक में, विपक्ष के नेता होने के अलावा खड़गे गृह मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री भी थे. राष्ट्रीय स्तर पर यूपीए 2.0 के तहत खड़गे मई 2009 से जून 2013 तक श्रम और रोजगार मंत्री थे. फिर वे जून 2013 से मई 2014 तक केंद्रीय रेल मंत्री बने. 2014 के बाद खड़गे लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता थे और वर्तमान में वे राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं.