टीएनपी डेस्क(TNP DESK): कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा? इस बात की चर्चा जोरों पर है. पहले उम्मीद लगाई जा रही थी कि राहुल गांधी फिर से अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं, मगर, जानकारी है कि राहुल गांधी अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं है. पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी को मनाने की कोशिश भी की. मगर, राहुल ने अध्यक्ष ना बनने का मन बना लिया है. राहुल गांधी के मना करने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की चर्चा अब जोर पकड़ने लगी है. इन्हीं चर्चों और अनुमान के बीच पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव के कार्यक्रम पर फैसला करने के लिए 28 अगस्त को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाई गई है.

सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद आया गहलोत का नाम

हालांकि काँग्रेस अध्यक्ष बनने के सवालों को अशोक गहलोत टालते दिखे. उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि वह राजस्थान के मुख्यमंत्री और गुजरात चुनावों के लिए चुनावी रणनीतिकार के रूप में अपनी दोहरी जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि अंतिम विकल्प एक रहस्य है. उन्होंने कहा कि वे पार्टी के अनुशासित सैनिक हैं और पार्टी नेतृत्व के निर्देशानुसार दी गई जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे.  

गहलोत के अध्यक्ष पद की चर्चा तब शुरू हुई, जब गहलोत ने गुजरात रवाना होने से पहले मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. इसके बाद ही जयपुर से दिल्ली तक उनके संभावित बदलाव के बारे में चर्चा शुरू कर दी. लेकिन कई लोगों का मानना ​​है कि मुख्यमंत्री यदि राष्ट्रीय कार्यभार स्वीकार करते हैं तो वे जयपुर में अपने उत्तराधिकारी के रूप में एक वफादार को चाहते हैं.

ऑनलाइन होगी सीडब्ल्यूसी की बैठक

बता दें कि कई दिनों के टालमटोल के बाद, कांग्रेस ने घोषणा की कि सीडब्ल्यूसी की बैठक रविवार को ऑनलाइन आयोजित की जाएगी. इसकी अध्यक्षता सोनिया गांधी करेंगी. सोनिया गांधी अपनी वार्षिक मेडिकल जांच के लिए राहुल और प्रियंका गांधी के साथ विदेश में हैं. जहां सीडब्ल्यूसी की बैठक लंबे समय तक नेतृत्व गतिरोध के आसपास अपने दिमाग को लपेटने में असमर्थ कैडरों और क्षेत्रीय नेताओं के बीच कुछ नसों को शांत करेगी, अंतिम विकल्प पर अनिश्चितता चिंता का एक स्रोत बनी हुई है। गहलोत ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा था कि पार्टी अंत तक राहुल को पार्टी की बागडोर संभालने के लिए मनाने की कोशिश करेगी।

और भी नामों पर चर्चा

बता दें कि गहलोत के अलावा मुकुल वासनिक, मीरा कुमार, केसी वेणुगोपाल, कुमारी शैलजा और सुशील कुमार शिंदे के नाम भी चर्चा में हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश के भी नाम सामने आ रहे हैं. इस बीच, असंतुष्ट समूह जी23 आंतरिक चुनावों पर कड़ी नजर रखे हुए है. गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा, जो दोनों सीडब्ल्यूसी के सदस्य हैं, ने पिछले एक पखवाड़े में संगठनात्मक पदों से इस्तीफा देकर सुर्खियां बटोरी हैं. एक असंतुष्ट सदस्य ने कहा कि समूह चुनाव के मामले में एक उम्मीदवार खड़ा कर सकता है, या अपनी आपत्ति व्यक्त करने के लिए एक और पत्र भेज सकता है.