टीएनपी डेस्क(TNP DESK): 2014 में जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी, तो काफी जोर-शोर से प्रचार कर एक योजना की शुरुआत की गई. इस यजना का नाम है नमामि गंगे. इस योजना का मुख्य उद्देश्य गंगा नदी को पूरी तरह स्वच्छ करना था. इसके लिए 20,000 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई. अभी तक इस योजना पर इन 20 हजार करोड़ में से 11 हजार करोड़ रुपए खर्च किये जा चुके हैं.
अब इस योजना पर सवाल उठ रहे हैं. और ये सवाल और कोई नहीं बल्कि बीजेपी सांसद ने उठाए हैं. पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने नमामि गंगे योजना पर सवाल उठाए हैं. वरुण गांधी हमेशा से ही महंगाई, बेरोजगारी और अग्निपथ योजना जैसे मुद्दों पर अपनी ही सरकार को घेरते रहे हैं. अब वरुण गांधी ने नमामि गंगे योजना पर केंद्र सरकार को घेरा है. वरुण गांधी ने ट्वीट कर पूछा कि 11,000 करोड़ खर्च के बावजूद गंगा में प्रदूषण क्यों?
वरुण गांधी ने किया ट्वीट
दरअसल, वरुण गांधी ने एक वीडियो शेयर करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि गंगा हमारे लिए सिर्फ नदी नहीं, 'मां' है. करोड़ों देशवासियों के जीवन, धर्म और अस्तित्व का मां गंगा आधार है. इसलिए नमामि गंगे पर 20,000 करोड़ का बजट बना. लेकिन 11,000 करोड़ खर्च के बावजूद प्रदूषण क्यों? गंगा तो जीवनदायिनी है, फिर गंदे पानी के कारण मछलियों की मौत क्यों? जवाबदेही किसकी? इस त्ववेत के साथ उन्होंने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें गंगा प्रदूषित नजर आ रही है. गंगा नदी में मरी हुई मछलियां नजर आ रही है. इसके साथ ही नाले का गंदा पानी भी गंगा में गिर रहा है. बता दें कि गंगा नदी को देशवासी मां का दर्जा देते हैं. मगर, प्रदूषण की वजह से गंगा का अस्तित्व खतरे में है. इसलिए सरकार ने नमामि गंगे योजना की शुरुआत की थी. बावजूद इसके अभी भी गंगा के जल को प्रदूषण से मुक्त नहीं किया जा सका है.
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