टीएनपी डेस्क(TNP DESK): - उत्तर प्रदेश के वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी मंगला आरती के दौरान मची भगदड़ में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई. दोनों मौतें दम घुटने से हुई हैं. इस घटना में में आधा दर्जन लोग घायल हो गए हैं. घायलों को नजदीकी अस्पताल और नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है. यह हादसा शुक्रवार- शनिवार की रात करीब 2.10 बजे हुआ है. इस दौरान बांके बिहारी मंदिर में जिलाधिकारी, एसएसपी और प्रमुख अधिकारी मौजूद थे.
दो श्रद्धालुओं की दम घुटने से मौत
बांके बिहारी मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव पर रात 12 बजे विशेष पूजा हो रही थी. इसके बाद भगवान को पीले रंग की पोशाक पहनाई गई और बालरूप में शृंगार कराया गया. इसके बाद भगवान ने भक्तों को दर्शन दिए. इसके बाद समय आया मंगला आरती का.इसमें भीड़ उमड़ पड़ी. रात लगभग 2 बजे क्षमता से अधिक लोग मंदिर के बाहर एकत्र हो गए. सभी दर्शन करना चाहते थे. इस दौरान मची भगदड़ में दो श्रद्धालुओं की दम घुटने से मौत हो गई. पुलिस सूत्रों के अनुसार इनमें नोएडा सेक्टर 99 की निर्मला देवी और वृन्दावन के रुक्मिणी विहार कॉलोनी निवासी 65 वर्षीय राम प्रसाद विश्वकर्मा शामिल हैं. इस दौरान कई लोग बेहोश हो गए.भगदड़ से आधे दर्जन लोग जख्मी हो गए. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताया है. जिला कलक्टर से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है.
घटना के बाद बांके बिहारी मंदिर में मौजूद पुलिसकर्मियों ने बेहोश श्रद्धालुओं को वृंदावन के राम कृष्ण मिशन, ब्रज हेल्थ केयर और सौ शैया अस्पताल भिजवाया. एसएसपी अभिषेक यादव का कहना है कि दम घुटने से कारण यह हादसा हुआ. मंदिर के सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने परंपरा का हवाला देते हुए बताया कि ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में मंगल आरती की परंपरा नहीं है. भगवान बाल स्वरूप में हैं और रात को निधिवन में रास रचाने जाते हैं. इसलिए सुबह उन्हें उठाया नहीं जाता. भगवान की मंगल आरती साल में सिर्फ एक बार जन्माष्टमी के दिन होती है. इस पावन मौके पर कान्हा ठाकुर बनकर रात में भक्तों को दर्शन देते हैं. हादसे के वक्त भी मंगल आरती हो रही थी. इसके बाद कुछ समय के लिए पट बंद किए गए थे.
Recent Comments