जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : यूनिक आईडी नंबर (आधार) देशभर में लागू हुए लगभग एक दशक से अधिक समय हो चुका है. इसके बावजूद भी आज भी समाज के कमज़ोर तबके के कई लोग इस सुविधा से वंचित हैं. यही वजह है कि आधार कार्ड नहीं होने से वे अन्य सरकारी योजनाओं का भी लाभ नहीं उठा पाते. जमशेदपुर के घोड़ाबांधा क्षेत्र में ऐसे लोगों की संख्या लगभग एक दर्जन से भी अधिक है. कई लोग ऐसे भी हैं जिनके घर में आगजनी की घटना होने से सारे महत्वपूर्ण दस्तावेज जल गये हैं. शिक्षा का स्तर नीचे होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग जानकारी और उचित मार्गदर्शन के अभाव में आजतक भटकते फिर रहे हैं. इनलोगों ने निराश होकर कोशिश भी छोड़ दी है. ऐसे ही एक मामले को भाजपा नेता सह शिक्षा सत्याग्रह के अध्यक्ष अंकित आनंद ने जिला प्रशासन के संज्ञान में लाकर उचित समाधान का निवेदन किया है. उन्होंने ट्विटर के मार्फ़त उपायुक्त सूरज कुमार, सामाजिक सुरक्षा विभाग और जमशेदपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी से सहयोग का निवेदन किया है.

एक दशक के बाद भी नहीं बना आधार कार्ड

दरअसल, घोड़ाबांधा से सटे दालखम बस्ती निवासी 65 वर्ष से अधिक आयु के खिरोनी लोहार का आजतक आधार कार्ड नहीं बन सका है. जबकि UID के देशभर में लागू हुए लगभग एक दशक हो चुके हैं. आधार कार्ड नहीं होने से खिरोनी लोहार राशनकार्ड, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन सरीखे जरूरी सरकारी लाभ से भी वंचित है. इनके पति स्व. कालीचरण लोहार का कई वर्ष पहले ही निधन हो चुका है. वृद्ध खिरोनी दालखम बस्ती में अकेली ही रहती हैं. उनकी बेटियों का कई वर्ष पहले विवाह हो चुका है. आस-पड़ोस के लोगों की मदद से वृद्धा के भोजन का प्रबंध हो जाता है. स्थानीय लोगों के आग्रह पर भाजपा जमशेदपुर महानगर के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद वृद्धा खिरोनी लोहार से मिलने पूर्वी घोड़ाबंधा पंचायत के दालखम बस्ती पहुंचे. उन्होंने वहाँ पहुंचकर मामले की जानकारी ली. जांकरई मिलने के बाद उन्होंने सभी अधिकारियों को ट्वीट कर इस मामले में प्रतिबद्धता से पहल करने के लिए निवेदन किया है.

रिपोर्ट : अन्नी अमृता, जमशेदपुर