धनबाद (DHANBAD)  में कोयले की लिफ्टिंग में रंगदारी, यात्री बसों के परिचालन में रंगदारी, ठेले खोमचे वालो से रंगदारी की कौन कहे  अब ठेका, पट्टा भी रंगदारों की मर्जी के बिना कोई ले नहीं सकता है. विभाग अगर काम आवंटित कर भी दिया तो ठेकेदार काम नहीं  कर सकता है. इसका उदाहरण मंगलवार को धनबाद के नगर निगम में देखने को मिला. 

1.5 करोड़ रुपए की कुल 64 योजनाओं के लिए टेंडर

निगम में 1 5 करोड़ रुपए की कुल 64 योजनाओं के लिए टेंडर  डाला जा रहा था. इसमें  खूब बवाल हुआ, वहीं ठेकेदार टेंडर  डाल पाए जो सिंडिकेट के निर्देश पर दबंगो को  ठेके का पेपर दिखाया.  जो नहीं दिखा रहे थे, उन्हें टेंडर नहीं डालने दिया जा रहा था. इसी क्रम में धनबाद के चर्चित घराने रघुकुल और सिंह मैंशन समर्थक ठेकेदारों में रह रह कर कई बार भिड़ंत भी हुई. जानकारी के अनुसार इस 15 करोड़ के टेंडर के लिए ठेकेदारों ने एक सिंडिकेट बना लिया था.  विवाद  की शुरुआत तब हुई जब स्टील गेट की एक योजना के लिए एक ठेकेदार पेपर जमा करने पहुंचा.

रघुकुल और मैंशन समर्थक थे आमने - सामने

निगम के मेन गेट पर खड़े रघुकुल समर्थक ने ठेकेदार को टेंडर दिखाने को कहा, वह इनकार कर दिया ,इसके बाद विवाद बढ़ गया.  सूचना पाकर सिंह मैंशन के समर्थक भी निगम परिसर पहुंचे  और  ठेकेदार बिना पेपर दिखाएं टेंडर डालने पर अड़ा रहा.  विवाद जब ज्यादा बढ़ गया तो स्टील गेट के लिए ठेकेदार को टेंडर पेपर डालने दिया गया.  हर बार की तरह इस बार भी निगम में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं थी, जिस वजह से ठेकेदारों की खूब मनमानी चली.

रिपोर्ट : अभिषेक कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ, धनबाद