गुमला(GUMLA) जिला के विभिन्न इलाकों में सड़कों के किनारे पुराने सूखे पेड़ लोगों के लिए मौत का कारण बन रहे हैं. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से बेकार हुए इन पेड़ों को कटवाने की मांग की है. वहीं गुमला जिला में होने वाले बेसमय मौत के पीछे सड़क दुर्घटना एक अहम कारण के रूप में देखा जा रहा है. इसमें सड़कों के किनारे पेड़ों की मौजदगी भी एक कारण है. खासकर जो पेड़ पूरी तरह से सुख चुके हैं, उसे प्रशासन द्वारा क्यों नहीं कटवाया जा रहा है, यह चिंता का विषय है. इन पेड़ों से टकराकर लगातार घटनाएं हो रही हैं. स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासन से इन पेड़ों को हटवाने की मांग की गई है.
गठन टीम करेंगी दुर्घटना के कारणों की समीक्षा
हालांकि जिला में सड़क दुर्घटना के कारणों की समीक्षा के लिए सड़क सुरक्षा टीम का भी गठन किया गया है, लेकिन उनकी ओर से भी इसको लेकर कोई ठोस करवाई नहीं गई है. वन प्रमंडल पदाधिकारी श्रीकांत वर्मा का कहना है कि सड़क के किनारे जो पेड़ हैं, उन्हें हटाया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा की टीम अगर अपनी ओर से अनुशंसा कर पत्र देती है, तो वे अविलम्ब इसको लेकर आदेश निर्गत कर करवाई करेंगे. साथ ही सूखे पेड़ों को काटने का आदेश भी देंगे.
जिला से गुजरते हैं दो राष्ट्रीय राजमार्ग
बता दें कि गुमला जिला से दो राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं. इस कारण कारण सड़क पर वाहनों का काफी परिचालन होता है. ऐसे में इन सूखे पेड़ों के कारण लगातार छोटे वाहन वाले टकरा जाते हैं. इससे उनकी मौत हो जाती है जो गुमला वासियों के लिए काफी चिंता का विषय बना हुआ है.
रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह, गुमला
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