रामगढ़(RAMGARH) कॉलेज स्थित इंटर साइंस की पढ़ाई फिर से शुरू करने को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. आजसू छात्र संघ के राजेश महतो ने बीते दिन रामगढ़ कॉलेज में तालाबंदी कार्यक्रम को लेकर कई लोगों के साथ कॉलेज का घेराव किया. इस दौरान वहां मौजूद कॉलेज के लोगों और स्थानीय ग्रामीणों ने राजेश महतो का जमकर विरोध किया. इस दौरान ग्रामीणों और आजसू छात्र संघ के कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक शुरू हो गई. इसके बाद मामला इतना बढ़ गया कि कॉलेज रणक्षेत्र में तबदील हो गया. मामला बढ़ता देख रामगढ़ पुलिस को संपर्क किया गया.  रामगढ़ पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर सभी ग्रामीण और छात्र संघ के कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत करने की कोशिश की.

कॉलेज के बाहरी को तालाबंदी करने की किसने दी अनुमति..?

वहीं ग्रामीणों का कहना है कि रामगढ़ कॉलेज पूरे जिले का एकमात्र सरकारी कॉलेज है. कॉलेज में किसी बाहरी लोगों को तालाबंदी करने के लिए कभी भी अनुमति नहीं दी जा सकती. ग्रामीणों के अनुसार आजसू छात्र संघ के जो भी कार्यकर्ता इस तालाबंदी कार्यक्रम में पहुंचे थे, उनमें से कोई भी इस कॉलेज का विद्यार्थी नहीं था.

रामगढ़ कॉलेज के लो ग्रेडिंग का कारण बना इंटर कॉलेज

प्रोफेसर इंचार्ज एन प्रसाद ने बताया कि कुल 512 सीटों में से मात्र 38 बच्चे पढ़ रहे हैं. इंटर कॉलेज की वजह से रामगढ़ कॉलेज को अच्छी ग्रेडिंग नहीं मिल पा रही है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रामगढ़ कॉलेज भविष्य में नई शिक्षा नीति के तहत यूनिवर्सिटी बन सकती है, लेकिन इंटर कॉलेज की वजह से इसमें काफी अड़चनें आएंगी.

पीजी की पढ़ाई के लिए छात्रों को नहीं जाना होगा बाहर

मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि छात्र संघ छात्र के हितों की बात करती है. ऐसे में तो सबसे पहले यहां पर ऊंची और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करनी चाहिए थी. बजाए इसके यहां सिर्फ इंटर कॉलेज के शिक्षकों के हितों की बात की जा रही है. कॉलेज में 15 हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं. पीजी की पढ़ाई के लिए छात्रों को हजारीबाग से रांची जाना पड़ता है. अगर रामगढ़ कॉलेज में पीजी की पढ़ाई होगी तो यहां के विद्यार्थियों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा. इंटर कॉलेज की वजह से यहां पर उच्च शिक्षा की मान्यता नहीं मिल रही है.

रिपोर्ट : जयंत कुमार,रामगढ़