धनबाद (DHANBAD) नगर निगम में 200 करोड़ के प्राक्कलन घोटाले की जांच कर रहा एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने पूर्व मेयर शेखर अग्रवाल को नोटिस जारी किया है. बता दें कि डीएसपी नितिन खंडेलवाल की नोटिस में उन्हें सात दिनों के भीतर धनबाद एसीबी थाना कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को समय दिया गया है. नोटिस में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का भी जिक्र है. दरअसल, 14 वें वित्त आयोग की राशि से बनी सड़कों में गड़बड़ी को आरोप है.
13 सड़कों के प्राक्कलन में गड़बड़ी का है आरोप
आरोप के अनुसार कुल 40 पैकेज सड़कों का निर्माण कराया गया. इसमें 27 का प्राक्कलन तो निगम के अभियंताओ ने बनाया लेकिन 13 सड़कों के प्राक्कलन के लिए परामर्शी एजेंसी मास एंड वॉएड को काम दे दिया गया. इसका तकनीकी डिजायन और नक्शा भी संलग्न नहीं था. इस एवज में एजेंसी को डेढ़ करोड़ से अधिक का भुगतान भी किया गया. इसी कथित गड़बड़ी को प्राक्कलन घोटाले का नाम दिया गया और निगरानी विभाग इसकी जांच कर रहा है. करीब 156 करोड़ की लागत से इंटीग्रेटेड सड़क ,पेवर्स ब्लॉक और अन्य कार्य कराए गए. यहां तक कुछ पुराने अच्छे सड़क को तोड़कर भी बिल बढ़ाने के लिए काम कराए गये. यह सारे काम रघुवर सरकार में हुए. झारखण्ड में जब सरकार बदली तो धनबाद के हाउसिंग कॉलोनी के एक राजकुमार नाम के व्यक्ति ने लोकायुक्त को गड़बड़ी की शिकायत की. हालांकि जिस पते से शिकायत की गई थी वहां निगरानी टीम को कोई अभी तक नहीं मिला है. जांच के दायरे में पूर्व मेयर सहित तीन पूर्व नगर आयुक्त है. हो सकता है पूर्व मेयर के बाद उनसे भी पूछताछ हो. इधर पूर्व मेयर शेखर अग्रवाल का कहना है कि निगरानी को उन्होंने बिंदुवार प्रश्नो का जवाब दे दिया है. फिर भी नोटिस के अलोक में 11अक्टूबर तक हाजिर होकर अपनी बात रखेंगे.
रिपोर्ट:अभिषेक कुमार, ब्यूरो चीफ,धनबाद
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