धनबाद (DHANBAD ) फिलहाल देश में अंधेरे का ख़तरा मंडराने लगा है.कोल इंडिया के इकाइयों से पावर प्लांट को समय पर ज़रूरत के मुताबिक कोयले का उपलब्ध नहीं कराया जाना,कोयले का सबसे बड़े उत्पादक देश होने के बावजूद घरेलू स्तर पर कोयले की कमी होना कहीं न कहीं सिस्टम पर सवाल खड़ा करता है. झारखण्ड की कोलियारियों से समूचे उत्तर और मध्य भारत में कोयले की सप्लाई होती है.फिलहाल झारखण्ड की कोलियारियां हाफ रही है,ऐसे में यह संकट अगर दीपावली तक खींच जाय तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए.

थर्मल पावर प्लांट में कोल स्टॉक सिर्फ चार दिन का 

प्रदेश में DVC के तीन पावर प्लांट चलते हैं, कोडरमा थर्मल पावर प्लांट ,चंद्रपुरा थर्मल पावर प्लांट,बोकारो थर्मल पावर प्लांट. इसके अलावा झारखंड सरकार का भी एक पॉवरप्लांट है. इन चारों पॉवरप्लांट को जरुरत का कोयला नहीं मिल रहा है. इनके पास केवल तीन से चार दिनों का कोल स्टॉक है.इन पावर प्लांट में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के तय मानक से काफी कम कोयला स्टॉक है. प्राधिकरण की ओर से जारी कोल स्टॉक की स्थिति के आंकड़ों के अनुसार देश के 80 प्रतिशत थर्मल पावर प्लांट में कोल स्टॉक एक से चार दिनों का ही है अगर जल्द कोयला नहीं मिला तो कई पावर प्लांट में बिजली उत्पादन ठप हो जाने की आशंका जताई जा रही है. इनमें से 10 प्लांट में कोयले के स्टॉक की स्थिति को प्राधिकरण ने क्रिटिकल की श्रेणी में रखा है. 

चंद्रपुरा थर्मल पावर प्लांट में कोल स्टॉक सुपर क्रिटिकल स्थिति में 

13 प्लांटों में स्टॉक की स्थिति को सुपर क्रिटिकल की श्रेणी में रखा है. चंद्रपुरा सुपर क्रिटिकल श्रेणी में ,डीवीसी का चंद्रपुरा थर्मल पावर प्लांट में कोल स्टॉक सुपर क्रिटिकल स्थिति में है. यहां महज तीन दिनों का स्टॉक बचा है, बिजली उत्पादन में निरन्तर गिरावट दर्ज की जा रही है. कम बिजली उत्पादन के कारण पीक डिमांड से कई गुना काम बिजली मिल रही है. नतीजा है कि झारखण्ड के ज़िलों में कहीं दस तो कही 14 घंटे की लोडशेडिंग चल रही है. डीबीसी अपने कमांड एरिया में 600 की जगह केवल 350 मेगावाट बिजली की सप्लाई कर पा रही है.जानकारों की माने तो ऐसी स्थिति के संकेत पहले से ही मिल रहे थे. लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. नतीजा है कि आज पूरा देश बिजली संकट झेल रहा है.

उत्पादन और डिस्पैच  में फिर से तेजी आ रही है,

बीसीसीएल व  सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद ने The news post को बताया  कि  बरसात के कारण  उत्पादन बाधित हुआ है ,लेकिन अब उत्पादन और डिस्पैच  में फिर से तेजी आ रही है. जरुरत के हिसाब से कोयले के  उत्पादान के साथ डिस्पैच किया जा रहा है. झारखण्ड से देश के पांच राज्यों को कोयला सप्लाई हो रही है. जिसमें दिल्ली ,पंजाब ,हरियाणा ,यूपी और बिहार शामिल है.
 

रिपोर्ट :अभिषेक कुमार ,ब्यूरो हेड (धनबाद )