धनबाद(DHANBAD): रात ही नहीं ,दिन में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाला  गिरोह धनबाद से पकड़ा गया है. गिरोह के सदस्य कुल 99 मामलो में वांछित थे.  बोकारो पुलिस ने धनबाद से पांच  कुख्यात चोरों को पकड़कर  एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है.  यह गिरोह कुख्यात हसन चिकना  गिरोह  की तरह काम करता था.  गिरोह  के सदस्य रहते कहीं और थे और घटना को अंजाम कहीं और देते थे.  इनका नेटवर्क सिर्फ झारखंड में ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों  में भी फैला हुआ था.  गिरोह के सदस्य चोरी के 99 घटनाओं में खोजे जा रहे थे.   बोकारो पुलिस की यह एक बहुत बड़ी सफलता कही जा रही है. गिरोह के सदस्य  रहते थे धनबाद के झरिया और जोड़ापोखर इलाके में और चलाते  थे अंतर प्रांतीय चोर गिरोह.  बोकारो पुलिस ने इस गिरोह   का खुलासा किया है और उसके बाद लगभग 99 मामलों का उद्भेदन  हो गया है. 

बोकारो पुलिस ने सरगना सहित अन्य को पकड़ा है 

 बोकारो पुलिस ने गिरोह के सरगना राजू अंसारी, फैयाज अंसारी, आबिद अंसारी, राहुल कुमार वर्मा और रवि रंगाराव  को गिरफ्तार किया है.  इन सबों का ताल्लुक  जोड़ापोखर और झरिया इलाके से रहा है.  यह गिरोह  झारखंड के अलावा बिहार, बंगाल और ओड़िशा  में भी सक्रिय था.   गिरोह का सरगना राजू अंसारी अंतरप्रांतीय स्तर पर सक्रिय था.  उसके इशारे  पर विभिन्न राज्यों में स्लीपर सेल एक्टिव होकर घटनाओं को अंजाम देते थे.  यह गिरोह हथियारों का भी इस्तेमाल करता था.  पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार राजू अंसारी पर 55, फैयाज अंसारी पर 25 और आबिद अंसारी पर 19 मामले दर्ज हैं और इन सभी मामलों में वह वांछित थे.  

चोरी किए गए गहने ,नगदी पुलिस ने किया बरामद 
 
पुलिस ने उनके पास से बोकारो के विभिन्न इलाकों से चोरी किए गए गहने ,नगदी   बरामद किए है.  इस गिरोह का तौर तरीका देश के मोस्ट वांटेड हसन चिकना  गिरोह से मेल खाता है.  यह गिरोह चोरी के लिए खास औजारों का इस्तेमाल करता है.  घटनास्थल से मिले ऐसे औजार ही पुलिस के लिए मुख्य सुराग साबित हुए.  गिरोह के सदस्य तकनीकी रूप से जानकार होते है  और लंबे समय से पुलिस की नजर  से दूर रहकर कई राज्यों में आतंक फैला रहे थे.  फिलहाल पुलिस गिरोह के स्लीपर सेल की तलाश में जुटी है, ताकि उनके नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म किया जा सके. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो