धनबाद(DHANBAD): अभी पूरे देश में कफ सिरप की चर्चा है.  राज्य भी कफ सिरप पर प्रतिबंध लगा रहे है.  भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कफ सिरप के बहाने झारखंड में भ्रष्टाचार को बताने का प्रयास किया है.  धनबाद में बरामद प्रतिबंधित कफ सिरप जब्त  हुआ था.  इसको आधार बनाकर उन्होंने झारखंड में सीआईडी पर निशाना साधा है.  उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी निशाने पर रखा है.   सोशल मीडिया एक पर पोस्ट  कर कहा है कि सीआईडी विभाग झारखंड में कई तरह का गुल खिला रहा है.  उन्होंने अपने ट्वीट में क्या कहा है- हम नीचे हू- बहू दे रहे हैं----

HemantSorenJMM जी, हमने बार-बार आपको बताया है, चेतावनी भी दी है कि आपके प्रशासन में भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हो चुकी है.  आपका सीआईडी विभाग क्या गुल खिला रहा है, इस विषय में भी कई बार आपको अवगत करा चुके है. गत वर्ष गुजरात पुलिस की सूचना के बाद धनबाद के बरवाअड्डा में पुलिस द्वारा प्रतिबंधित कफ सिरप (Phensedyl) का जखीरा जब्त किया गया था.  यह जानते हुए भी कि इसका इस्तेमाल नशे के लिए होता है, इसे धड़ल्ले से बेचा जा रहा था.  सीआईडी ने मामले को टेकओवर किया, लेकिन 14 महीने बीत जाने के बाद भी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है. 

हेमंत जी, क्या हम इतने लालची हो गए हैं कि बच्चों को भी नहीं छोड़ेंगे? इस जानलेवा नशे को हमारी युवा पीढ़ी और बच्चों को बेचने की हिम्मत कैसे हुई? पैसों की अंधी भूख ने आपकी ज़बान पर जो ताला लगाया है, उसे खोलिए क्योंकि हमारे बच्चों का भविष्य दांव पर लगा है. 

प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ-साथ गृह मंत्रालय का दायित्व भी आपके पास है, लेकिन एक ओर ACB तय समय के भीतर चार्जशीट दाखिल नहीं कर रही है.  इसी तरह भ्रष्टाचार और आपराधिक मामलों की जांच पड़ताल में सीआईडी की कार्यशैली संदिग्ध रही है.  चाहे पेपर लीक प्रकरण के आरोपियों को बचाना हो, नशे के कारोबारियों को संरक्षण देना हो या जमीन का घोटाला करना हो… सीआईडी सदैव इन गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्त पाई जाती रही है.  यही वजह है कि आम जनता के साथ-साथ अब माननीय न्यायालय भी सीआईडी की कारवाई की विश्वसनीयता पर संदेह करता है.मुख्यमंत्री जी, अब हवा -हवाई बातें छोड़ ठोस कार्रवाई करिए, पिछले एक साल में सीआईडी द्वारा की गई रंगदारी और भ्रष्टाचार की सभी गतिविधियों की सार्वजनिक जाँच कराई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके. जनता सब देख रही है.