धनबाद (DHANBAD) : बोकारो मुठभेड़ कांड अभी सुर्खियों में है. सुरक्षा बलों और नक्सलियों में हुई मुठभेड़ में आठ कुख्यात नक्सली मारे गए थे. मृत नक्सलियों का मंगलवार को पोस्टमार्टम किया गया. जानकारी के अनुसार आठ में से सिर्फ एक के परिजन डेड बॉडी लेने के लिए बोकारो पहुंचे थे. सात  के परिजनों का अभी भी इंतजार किया जा रहा है. धनबाद के टुंडी के कुख्यात नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा के परिजनों को खोजने भी पुलिस मनियाडीह थाने के दल्लूडीह  गांव गई थी. लेकिन गांव वालों ने किसी प्रयाग मांझी को जानने से इनकार कर दिया.  

एरिया कमांडर अरविंद यादव के शव को लेने पंहुचा था भाई 

सूचना के मुताबिक एरिया कमांडर अरविंद यादव के शव को लेने उसके भाई अजय यादव बोकारो पहुंचा था. बोकारो पुलिस ने शव को उसके पैतृक गांव ले जाने के लिए सौंप दिया. लेकिन मारे गए प्रयाग मांझी सहित अन्य के डेड बॉडी का किसी ने दावा नहीं किया है. मारे गए विवेक दा पर एक करोड़ का इनाम भी था. पोस्टमार्टम के बाद अभी तक अन क्लेमड शवों को चास के अनुमंडलीय अस्पताल और बीजीएच के मोर्चरी हाउस में सुरक्षित रखा गया है. पुलिस 72 घंटे तक इंतजार करेगी, उसके बाद अंतिम क्रिया की कार्रवाई की जा सकती है. 

झारखंड  का सबसे बड़ा मुठभेड़ हुआ था बोकारो में 

बोकारो का यह मुठभेड़ झारखंड का अब तक सबसे बड़ा मुठभेड़ बताया जाता है. इधर, यह भी सूचना है कि सुरक्षा बल और नक्सली मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को एक घायल नक्सली मिला है. उसका नाम दयानंद बताया गया है. उसे बीजीएच में भर्ती कराया गया है. बता दें कि मुठभेड़ के बाद जवानों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. इस बीच दयानंद घायल अवस्था में मिला. उसे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बीजीएच  में भर्ती कराया गया है. उसके शरीर से गोली निकाल दी गई है. वह बिहार के जमुई का रहने वाला बताया गया है. इनामी नक्सली अरविंद यादव दस्ते का वह सक्रिय सदस्य है.  इस बीच अपुष्ट जानकारी के अनुसार सर्च ऑपरेशन में एक महिला के भी पकड़े जाने की सूचना है. हालांकि आधिकारिक पुष्टि इसकी नहीं हुई है. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो