धनबाद (DHANBAD) : दूसरे प्रदेश के सिम कार्ड से झारखंड में साइबर अपराधी ठगी करते है. इसका खुलासा होने के बाद यह बात साफ हो गई है कि थोक भाव में सिम कार्ड खरीद कर गैंग चलाने  वाले झारखंड लाते है और उन्हें साइबर अपराधियों को हैंडओवर कर देते है. फिर साइबर अपराधी इससे अपराध को अंजाम देते है. साइबर अपराधियों का सीधा कनेक्शन असम से होने का खुलासा झारखंड में हुआ है. झारखंड की जामताड़ा पुलिस के खाते में यह उपलब्धि गई है. बता दें कि पुलिस डाल-डाल तो साइबर अपराधी पात-पात चल रहे हैं और लोगों को लगातार ठग रहे है. सरकारी योजनाओं को भी यह निशान बनाते है. अब तक ठगी के मामले का झारखंड में खुलासा होता रहा है, लेकिन पहली बार यह बात सामने आई है कि दूसरे प्रदेशों से फर्जी आईडी पर सिम कार्ड लाकर झारखंड में बेचा जा रहा है. 

जामताड़ा पुलिस को मिली है यह उपलब्धि 

साइबर अपराध के लिए पूरे देश और दुनिया में कुख्यात जामताड़ा में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. जामताड़ा पुलिस ने असम का सिम कार्ड साइबर अपराधियों को सप्लाई करने वाले को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके पास से 377 सिम कार्ड बरामद किए  पुलिस  ने उसके पास से फ्लाइट का टिकट भी जब्त  किया है. बताया जाता है कि वह हवाई जहाज से असम जाता था और सिम कार्ड लेकर आता था. उसकी गिरफ्तारी करमाटांड़  इलाके से हुई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार उसके पास से 377 अवैध सिम कार्ड बरामद किए गए है. यह सभी सिम कार्ड असम के है. पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि असम से सिम कार्ड लाकर करमाटांड़ का एक कुख्यात साइबर अपराधियों को सप्लाई कर रहा है. उसके बाद पुलिस सक्रिय हुई. 

गिरफ्तार आरोपी सीधे तौर पर साइबर अपराध से जुड़ा हुआ है
 
पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार आरोपी सीधे तौर पर साइबर अपराध से जुड़ा हुआ है और सिम कार्ड सप्लाई का काम करता है. उसके पास से दो मोबाइल भी जब्त  किए गए हैं, जिनमें फर्जी सिम लगे हुए थे. तीन एटीएम कार्ड, एक आधार कार्ड और फ्लाइट के टिकट बरामद किए गए है. लोकल मार्केट में वह ढाई हजार में एक सिम बेचता था. सूत्रों के अनुसार झारखंड का यह पहला मामला है, जहां इतने बड़े पैमाने पर फर्जी आईडी से सिम कार्ड खरीद कर लाने का खुलासा हुआ है. पुलिस को या शक है कि इस धंधे में बड़े सिंडिकेट का हाथ है.  पुलिस अब असम के नेटवर्क को भी खंगाल  रही है. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो