धनबाद(DHANBAD) -  धनबाद का बाघमारा विधान सभा एक बार फिर सुर्खियों में है. विधानसभा चुनाव की फिर से काउंटिंग के लिए दायर मामले में 20 जुलाई को झारखंड के हाई कोर्ट में सुनवाई होगी.  बाघमारा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे जलेश्वर महतो ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर वोटों की फिर से काउंटिंग कराने  की मांग की थी.  2019 में हुए विधानसभा चुनाव में जीत- हार का अंतर मात्र 879 वोटों का ही था. 

 ढुल्लू महतो को 78087 तथा जलेश्वर महतो को 77208  वोट मिले  मिले थे.  ढुल्लू महतो को विजयी  घोषित किया गया था.  वोट प्रतिशत की बात हो तो ढुल्लू महतो को 43.72% तथा जलेश्वर महतो को 43.2  फीसदी वोट हासिल हुए थे.  जीत -हार को लेकर काउंटिंग में भी विवाद हुआ था.  उसके बाद रिटर्निंग ऑफिसर ने ढुल्लू महतो को विजयी घोषित कर दिया था. उसी के खिलाफ जलेश्वर महतो ने  गिनती में गड़बड़ी का आरोप लगाकर फिर से मतगणना कराने  की मांग की थी.  बताया जाता है कि हाईकोर्ट ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह  धनबाद के उपायुक्त से 20 जुलाई से पहले नामांकन एवं निर्वाचन संबंधी सभी दस्तावेज कोर्ट में प्रस्तुत करने को कहा है.  

उपायुक्त ने हाईकोर्ट के आदेश के आलोक में सभी प्रत्याशियों व डीआरडीए के तत्कालीन निदेशक बाघमारा के निर्वाची  पदाधिकारी संजय भगत को पत्र भेजकर स्ट्रांग रूम के खुलने के दौरान व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने को कहा है.  स्ट्रांग रूम से चुनाव प्रक्रिया में उपयोग किए गए कागजात निकाले जाएंगे और उन्हें हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा.  बता दें कि बाघमारा विधान सभा से वर्ष 2000 में जलेश्वर महतो ,समता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे.  वहीं 2005 में जलेश्वर महतो जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर चुनाव में विजयी हुए थे.  जबकि 2009 में ढुल्लू महतो झारखंड विकास मोर्चा के बैनर पर चुनाव लड़कर विजई हुए थे ,फिर 2014 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते और 2019 में भी भाजपा के टिकट पर ही चुनाव जीते है.