गिरिडीह(GIRIDIH):झारखंड राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने बीजेपी और बाबूलाल मरांडी पर तंज कसा है. एक और जहां स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बाबूलाल मरांडी के द्वारा सीएम हेमंत सोरेन के विदेश यात्रा पर सवाल खड़ा करने पर प्रहार किया तो दूसरी और नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने भी बीजेपी और बाबूलाल मरांडी पर जमकर हमला बोला है. 

बाबूलाल मरांडी ने अपनी राजनीति को काफी निम्न स्तर पर ला दिया है-इरफान

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि बीजेपी और बाबूलाल मरांडी ने अपनी राजनीति को काफी निम्न स्तर पर ला दिया है. डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि सीएम के विदेश यात्रा जाने पर सवाल खड़ा करने वाले बाबूलाल मरांडी कौन होते हैं, राज्य के मुखिया सीएम हेमंत सोरेन है झारखंड राज्य को बनाने में दिशोम गुरु शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन का योगदान रहा है.वर्तमान में राज्य की जनता ने सीएम हेमंत सोरेन पर विश्वास जताते हुए उन्हें राज्य चलाने का मौका दिया है और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन काफी बेहतर तरीके से राज्य को चला रहे हैं और जनता के लिए विकास की कई योजनाओं को धरातल पर उतरने का काम किया है. ऐसे में क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बाबूलाल मरांडी से पूछ कर कोई फैसला लेंगे या कहीं जाएंगे.

विदेश यात्रा का लाभ राज्य की जनता को मिलने वाला है-इरफान

आगे इरफान अंसारी ने कहा उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को पहले देश के कृषि मंत्री से सवाल करना चाहिए कि वह कहां गए और किसके साथ गए. उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जिस विदेशी यात्रा पर है उसे विदेश यात्रा का लाभ राज्य की जनता को मिलने वाला है.

पढ़े विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने क्या कहा

 वही नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने तंज करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी मति भ्रम का शिकार हो गई है. राज्य की जनता ने 2024 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जोर का झटका धीरे से देने का काम किया है, ताकि वे संभल जाए. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को यह जान लेना चाहिए के सीएम के पास विशेषाधिकार रहता है और वे किसको अपने साथ ले जाए और किसे नहीं वह उनका अधिकार है. मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने मंत्री हफीजुल अंसारी के बयान के बाद बीजेपी के द्वारा विरोध प्रदर्शन पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अगर बीजेपी को लगता है कि मंत्री हफीजुल हसन का बयान संविधान और कानून के खिलाफ है तो वे न्यायालय जा सकते हैं.

रिपोर्ट-दिनेश कुमार रजक