BOKARO : बोकारो मुठभेड़ में मिली ऐतिहासिक सफलता के बाद झारखंड के डीजीपी बुधवार को बोकारो के लालपनिया पहुंचे. उन्होंने उग्रवादियों को चेताया भी, पुचकारा भी और समझाया भी. कहा कि झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ लेते हुए नक्सली मुख्य धारा में लौट आए, उनकी जान बची रहेगी. सरकार उनके बच्चों की पढ़ाई का ध्यान रखेगी. कानूनी मदद करेगी और अगर नहीं मानेंगे तो गोली खाएंगे .
डीजीपी ने कहा कि कोबरा बटालियन का इस मुठभेड़ में बहुत बड़ी भूमिका रही. इस बटालियन में स्ट्राइक फोर्स होता है, जो सीधे फ्रंट फुट पर स्ट्राइक करता है और सामने वाले को समझने और संभलने का कोई मौका नहीं देता है. उन्होंने कहा कि 25 साल से मैं भी झारखंड में उग्रवाद को देख रहा हूं, लेकिन इतनी बड़ी कामयाबी पहली बार मिली है. जब नक्सलियों के टॉप लीडरशिप को एक साथ मार गिराया गया हो. उन्होंने यह भी कहा कि इस सफलता से नक्सलियों के फन को कुचल दिया गया है.
झारखंड में जो भी नक्सली बचे हैं, बरसात शुरू होने के पहले मार दिए जाएंगे. डीजीपी ने यह भी कहा कि वह यहां के फोर्स को चाईबासा के सारंडा में स्थानांतरित करेंगे कि वहां जो बचे है , उनका भी खत्मा कराया जा सके. बता दें कि बोकारो के लालपनिया में सुरक्षा बलों के साथ हुए मुठभेड़ में आठ टॉप नक्सली मारे गए थे. इनमें कई इनामी नक्सली थे. धनबाद के टुंडी का प्रयाग मांझी तो एक करोड रुपए का ईनामी नक्सली था.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
Recent Comments