धनबाद (DHANBAD) : धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स अचानक विवादों में आ गया है. उस पर भाजपा समर्थित होने के आरोप लग रहे है. जबकि अभी तक धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स यह  दावा करते आ रहा था कि वह नॉन पॉलीटिकल स्वतंत्र इकाई है और व्यवसाईयों के हित के अलावे उसका राजनीतिक से कोई लेना-देना नहीं है. रविवार को धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स "वन नेशन-वन इलेक्शन" पर गोष्ठी कर रहा है. दावा किया गया है कि इस गोष्ठी से जो भी विचार निकल कर आएंगे, उनपर आगे कार्रवाई होगी. लेकिन चेंबर के ही दूसरे दलों से जुड़े लोग इसका विरोध कर रहे है. उनका कहना है की गोष्ठी के आमंत्रण को भाजपा के नेता और कार्यकर्ता अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर डाला है और लोगों से गोष्ठी में भाग लेने की अपील की है. 

सवाल-भाजपा नेताओं ने क्यों किया आमंत्रण को पोस्ट ?
 
सवाल किया जा रहा है कि जब धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स की  गोष्ठी है, तो निमंत्रण देने वाले भाजपा के नेता कैसे हो गए? धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स का अपना तर्क है. उनका कहना है कि अलग-अलग चुनाव होने की वजह से  जनता को भी परेशानी होती है, कारोबारियों को भी परेशानी होती है. धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स ने बरवाअड्डा  कृषि बाजार प्रांगण का भी उदाहरण दिया है. कहा है कि जब भी चुनाव होते हैं, महीनो  कारोबार प्रभावित हो जाता है. उनका यह भी कहना है कि 2024 में लोकसभा का चुनाव हुआ, विधानसभा का चुनाव हुआ और अब निगम चुनाव की तैयारी है.  ऐसे में फिर एक बार परेशानी पैदा होगी. खैर, यह तो उनका पक्ष है, लेकिन इस संगोष्ठी को भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं द्वारा प्रचारित करने की वजह से धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स विवादों के घेरे में आ गया है. धनबाद जिला चैंबर ऑफ़ कॉमर्स कोई छोटी संस्था नहीं है. यह एक बड़ी संस्था है और इसका  गठन ही कारोबारियो  के हित  रक्षा के लिए किया गया था. 

बैंक मोड़ चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष प्रभात सुरोलिया ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है
 
इस संबंध में बैंक मोड़ चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष प्रभात सुरोलिया ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स, जो खुद का चुनाव समय पर नहीं करा पाता, हिसाब-किताब का ऑडिटेड बैलेंस शीट नहीं दे पाता, वह वन नेशन-वन इलेक्शन जैसे गंभीर मुद्दे पर एक पार्टी विशेष से जुड़े लोगों को बुलाकर चर्चा कर रहा है. इस गंभीर मुद्दे पर संसद के दोनों सदन के नेताओं की ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमिटी चर्चा कर रही है. उस पर अब धनबाद जिले के चेंबर चर्चा कर रहे है. प्रभात सुरोलिया ने कहा है कि देश में फिलहाल इतना बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर है ही नहीं कि एक साथ चुनाव कराया जा सके. हर चुनाव कई चरणों में होते है.  दो-तीन महीने लग जाते है. पूरे देश में अगर एक साथ चुनाव कराया जाए तो क्या साल भर में भी हो पाएंगे. उन्होंने धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स पर भी कई सवाल किए है. बहरहाल सगोष्ठी में क्या निर्णय सामने आते है और इसपर धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स क्या पहल करता है, यह देखने वाली बात होगी.

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो