रांची(RANCHI): हर दिन हजारों शादी होती है. धूम धाम से बारात निकलती है और दूल्हे के पीछे उसके साथी खूब मस्ती करते है. लेकिन पलामू में हुई एक शादी चर्चा में बनी हुई है. क्योंकि यहां दूल्हा-दुल्हन के साथ एक बच्चा भी था. जो इस शादी का गवाह बना. साथ ही कई अधिकारी भी इस विवाह में मौजूद रहे. शादी पूरे धूम धाम से कराई गई. पंडित जी और सभी के सामने दोनों ने सात फेरा पूरा किया और फिर सात वचन लिया है.चलिए इस शादी की पुरी कहानी बताते है.
पलामू में हुआ एक अनोखी शादी हुई. समाज के ताने बाने की परवाह किए बिना एक युवक ने विधवा से शादी कर समाज में मिशाल क़याम की है. इस शादी की पहल ट्रस्ट ने अंतर्राष्ट्रीय विधवा दिवस के मौके पर किया. एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें विधवा सम्मान सह विधवा पुनर्विवाह कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में विधवा महिलाओं ने भाग लिया, जो समाज में बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम है.
एक विधवा महिला पूजा कुमारी का पवन कुमार दास के साथ पुनर्विवाह कराया गया, जो इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा. यह विवाह समाज में एक सकारात्मक संदेश देने का काम करेगा. पुनर्विवाह किए हुए नवजोड़े ने कहा कि इस शादी से काफ़ी खुश है. आगे उन्होंने कहा कि हमारी जैसी सोच समझ में हर वर्ग के लोगों को हो विधवा का हाथ थामना कोई गलत बात नहीं है. हमने इनका हाथ थामा है उनसे शादी की है और उनके बच्चों को भी स्वीकार किए हैं.
झारखंड सरकार की प्रोत्साहन योजना का लाभ
झारखंड सरकार की समाज कल्याण विभाग की ओर से विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत इस नवविवाहित जोड़े को ₹2 लाख की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई. समाज कल्याण पदाधिकारी, नीता चौहान ने बताया कि सरकार इस योजना के माध्यम से विधवाओं को नया जीवन शुरू करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. उन्होंने यह भी बताया कि झारखंड सरकार विधवा महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के अवसर भी प्रदान कर रही है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें. यह झारखंड में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय विधवा महिला दिवस इतने बड़े पैमाने पर मनाया गया है
समाज को प्रेरणा देता यह प्रयास
प्रशिक्षित आईएएस हिमांशु कुमार ने इस अवसर पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय विधवा दिवस पर इस तरह से समाज की परवाह किए बिना एक विधवा महिला से पुनर्विवाह कर हम सब समाज को आशीर्वाद देने का काम कर रहे हैं. यह कदम समाज में व्याप्त रूढ़ियों को तोड़ने और विधवाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करेगा.
माटी कला बोर्ड के सदस्य, अविनाश देव ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आज विधवा दीदी ने अपना विवाह और चर्चा रखकर समाज को एक अनोखी प्रेरणा दी है. उन्होंने जोर दिया कि झारखंड सरकार (हेमंत सोरेन की सरकार) हमेशा "सबका साथ, सबका विकास" के सिद्धांत पर काम कर रही है, और विधवा दीदी के लिए विधवा विवाह प्रोत्साहन योजना एक सराहनीय कार्य है.
यह कार्यक्रम पलामू में विधवाओं के सशक्तिकरण और समाज में उनके पुनर्वास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा, झारखंड सरकार विधवा पुर्नविवाह प्रोत्साहन योजना के तहत कई सारी योजनाएं विधवा महिला दीदी लोग के लिए चल रही है जो बहुत कारगर साबित हो रहा है
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