TNP DESK: शायद बोकारो के इतिहास में सबसे बड़ी डकैती की गई है. सूत्रों पर भरोसा करें तो 1991 में बने बोकारो जिले के किसी भी आभूषण दुकान में सारे शाम इतनी बड़ी डकैती नहीं हुई थी. यह डकैती मात्र 6 से 8 मिनट में की गई है. डकैतों के हाथ 5 करोड़ के जेवर और नगदी लगे हैं. 

निश्चित रूप से यह गिरोह कोई बड़ा है, क्योंकि जिस दिलेरी के साथ इस घटना को अंजाम दिया गया है, वह आश्चर्य में डालने वाला है. डकैत चास आईटीआई मोड़ के पास अपनी गाड़ी खड़ी कर बाइक से दुकान में पहुंचे और लूटपाट करने के बाद फिर बाइक से ही आईटीआई मोड गए और फिर खड़ी कार पर सवार होकर फरार हो गए. दरअसल, चास बायपास रोड स्थित आस्था ज्वेलर्स में सोमवार की शाम लगभग 6:00 बजे डकैत पहुंचे. 6 से 8 मिनट में पूरी वारदात को अंजाम दे दिया .

पहले दो अपराधी दुकान में घुसे. हेलमेट उतार कर चांदी की अंगूठी दिखाने को कहा. जब दुकान मालिक ने बताया कि चांदी की अंगूठी नहीं है, तो सोने की अंगूठी दिखाने को कहा. इस दौरान दो अपराधी भी आ गए. उसके बाद दुकान मालिक के साथ गाली गलौज की और पिस्तौल निकाल कर दुकान मालिक और स्टाफ को कब्जे में ले लिया. उसके बाद दुकान के स्टाफ को माल समेटकर उनके बैग में डालने को कहा. फिर सब मिलकर समान झोले में भर लिए और काउंटर से कुछ कैश भी हथिया लिए.

उनके जाने के बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की. अपराधियों के हुलिए को वायरलेस पर फ्लैश किया गया और छापेमारी शुरू की गई. लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है. बताया जाता है कि अपराधियों की कार चास आईटीआई मोड बाजार समिति मुख्य द्वार के पास खड़ी थी.कार से उतरकर क्रिमिनल्स चास के आस्था ज्वेलर्स पहुंचे और घटना को अंजाम दिया. 

लूट के बाद फिर सभी अपराधी आईटीआई मोड पहुंचे और बाइक दूसरे को देकर फिर कार से फरार हो गए. बताया जाता है कि रोज के अनुसार आस्था ज्वेलर्स सोमवार को भी खुली हुई थी .बारिश की वजह से दुकान में ग्राहक नहीं थे. काउंटर पर ज्वेलर्स मालिक जितेंद्र गुप्ता एक कर्मचारी के साथ बैठे हुए थे. इसी बीच दुकान के बाहर दो बाइक पर सवार चार युवक पहुंचे. एक युवक बाइक पर रह गया. जबकि ग्राहक बनकर पहले दो युवक दुकान के अंदर घुसे. फिर तीसरा युवक भी आ गया. 

उसके बाद घटना को अंजाम दे दिए. यह घटना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. बोकारो पुलिस एसआईटी का गठन कर मामले की जांच कर रही है. इस घटना में झारखंड से बाहर के गैंग के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. जिस तरह से अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है.

 इससे पता चलता है कि अपराधी और रहे होंगे. चास आईटीआई मोड पर डकैतों ने बाइक किसको हैंडओवर की? निश्चित रूप से कुछ अन्य लोग उनका इंतजार कर रहे होंगे .इनका निश्चित रूप से कोई ना कोई लोकल लिंक भी रहा होगा. पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है.

रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो