धनबाद(DHANBAD) : सूत्रों पर भरोसा करें तो धनबाद में झारखंड की सबसे बड़ी जीएसटी रेड हुई है.  इस रेड  में भारी मात्रा में टैक्स चोरी का मामला सामने आया है. कार्रवाई आगे बढ़ने पर  कई और चहरे के बेनकाब होने की संभावना है. आश्चर्य  की बात है कि घर से छापेमारी  टीम ने नोट गिनने  की तीन मशीन जब्त की है.   लगभग डेढ़ करोड़ जीएसटी चोरी के मामले की बात कही जा रही है.  छापेमारी में धनबाद, जमशेदपुर और  रांची के 50 से अधिक अधिकारियों को लगाया गया था.  यह छापेमारी शुक्रवार को हुई.  छापेमारी कारोबारी सौरभ सिंघल और उनके सहयोगी शिवम सिंह के दफ्तर और घर में की गई.  इस छापेमारी को आधार बनाकर बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.  

फर्जी कंपनी के ई वे बिल का किया गया है उपयोग 

सूत्रों के अनुसार चोरी के कोयले को बाहर भेजने के लिए फर्जी कंपनी के ई वे बिल का इस्तेमाल किया जाता था. पिछले कई सालों से यह काम किया जा रहा था. अब तक जीएसटी चोरी के 150 करोड़ के इनवॉइस मिलाने की चर्चा है. अगर इनवॉइस फर्जी कंपनी के नहीं होते तो सरकार को लगभग 40 करोड़ का राजस्व प्राप्त होता.  सूत्रों के अनुसार जिन कंपनियों को  फर्जी कंपनियों के ई वे बिल पर कोयला बेचा  है. उन कंपनियों से जीएसटी वसूला जाएगा.  इन कंपनियों को नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है.  कुल आठ ठिकानों पर रेड  की गई है. जमशेदपुर डीजीजीआई यानी डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने धनबाद में शुक्रवार की रात तक कोयला कारोबारी सौरभ सिंघल और उनके पार्टनर शिवम सिंह समेत अन्य के दर्जनभर ठिकानों पर छापेमारी करती रही.  

डेढ़ सौ करोड़ से अधिक की हेराफेरी की संभावना 

बताया जाता  है कि सौरभ सिंघल एंड टीम ने 25 से  अधिक फर्जी कंपनियां बनाकर जीएसटी में करीब डेढ़ सौ करोड़ से अधिक की हेराफेरी की है. छापेमारी टीम ने धनबाद के धैया रोड के हवेली अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 303, 505 व 901 के साथ झरिया के लक्ष्मीनिया मोड़, राजा तालाब स्थित मां देवासर इंटर प्राइजेज, एमएस भगवती इंटरप्राइजेज, जय मां विंध्यवासिनी इंटरप्राइजेज और ट्रिनिटी फ्यूल में छापेमारी की है. वहीं मटकुरिया में एक, केंदुआडीह में दो और तपोवन कॉलोनी में एक जगह छापेमारी हुई है.  हवेली अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 303 और 901 सौरभ सिंघल तो 505 शिवम सिंह का बताया जाता है.

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो