टीएनपी डेस्क(TNP DESK): डिजिटलाइजेशन के इस युग में कैशलेस भुगतान करने का चलन बढ़ चुका है. यूपीआई का विस्तार भारत सहित कई देशों में हो चुका है. अब करोड़ों लोग यूपीआई का उपयोग डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पर करते है, जो कैशलेस लेन-देन को बढ़ावा देता है. नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया अक्सर यूजर्स के हक में कई बदलाव करता रहता है, ताकि उपभोक्ताओं को किसी तरह की परेशानी न हो. वहीं एनपीसीआई ने फ्रॉड को रोकरने के लि एक बड़ा कदम उठाया है जो जिसका लाभ सभी यूपीआई यूजर्स को मिलाने वाला है.

एक गलती से हो जाता था लाखों का नुकसान

कभी-कभी जब आप किसी को यीपीआई पेमेंट करते है, तो ये पेमेंट गलत इंसान की आईडी पर चला जाता है, जिससे आपको भारी नुकसान हो जाता है, वहीं पैसे वापस लेने में काफी समय लग जाता है या यूजर्स परेशान होकर कोशिश करना ही छोड़ देता है, लेकिन एनपीसीआई ने इस पर लगम लगाने के लिए एक बड़ा नियम लागू किया है, जिसमें अब किसी भी यूपीआई भुगतान करने पर गलत यूपीआईडी पर ट्रांजैक्शन नहीं हो पाएगा, जिससे यूजर्स को काफी बड़ी राहत मिलने वाली है.

30 जून से लागू हो जायेगा नया नियम

आपको बताएं कि एनपीसीआई का यह नया नियम 30 मई 2025 से लागू हो जाएगा. इस नए नियम के तहत यूजर्स की पहचान के बिना यूपीआई पेमेंट नहीं हो पायेगा.आपको बताये कि आजकल यूपीआई नंबर के साथ ज्यादा लेनदेन वर्चुअल आईडी पर की जाती है, ऐसे में पेमेंट करनेवाले यूजर को सामने वाले  यूजर की पहचान का पता नहीं होता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.

एनपीसीआई ने कुछ दिन पहले ही सर्कुलर भी जारी किया था

अब यूपीआई ऐप पर भुगतान से ठीक पहले ग्राहक को फाइनल यूजर का नाम दिखाई देगा. इस सबंध में में एनपीसीआई ने कुछ दिन पहले ही सर्कुलर भी जारी किया था.जहां  पी2पी और पी2पीएम ट्रांजैक्शन के लिए यह नियम 30 जून से लागू कर दिया जाएगा.