टीएनपी डेस्क (TNP DESK): शादी के बंधन में बंधना किसी भी जोड़े के लिए जिंदगी की सबसे बड़ी खुशियों में से एक होती है. इस मांगलिक काम में शरीक होना ही सबसे बड़ी बात होती है, क्योंकि अग्नी को साक्षी मानकर और सात फेरे लेकर एक जोड़ा नई जिंदगी की शुरुआत करता है. 

शादी में ही हो गई भयंकर मारपीट 

कभी-कभी खुशी के पल भी दुख के समंदर में बदल जाता है, जब किसी छोटी सी बात पर अनहोनी हो जाती है और खून-खराबे से खुशियां मायूसियों में तब्दील हो जाती है. लेकिन ऐसा किसी अभागे की शादी में ही होता है. आमूमन शादियां वारदातों में तब्दील नहीं होती. हालांकि, जिस शादी की चर्चा हम कर रहे हैं, वो है उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले महारगंज थाना के बरहुपुर गांव की है. जहां सबकुछ ठीक ठाक था. लेकिन इस तपती गर्मी में कुलर की हवा के चलते खूनी संघर्ष हो गया औऱ एक बराती-घराती के बीच मारपीट में एक की जान चली गई . इस दिल दहला देने वाली घटना ने इस शादी की सारी खुशियां बर्बाद करके रख दी औऱ मातम में तब्दील कर दिया. पुलिस के पहरे के बीच जोड़े शादी के बंधन में बंधे.

कूलर की हवा मोड़ने पर विवाद 

प्रतापगढ़ जिले के भूजेपुर गांव निवासी रामजी मोर्य के बेटे सुनील मोर्य की बारात महराजगंज थाना अंतर्गत बुरहूपुर गांव आई थी. जहां वीरेन्द्र मोर्य की चचेरी बहन खुशबू मोर्य से शादी थी. बिल्कुल तय समय पर बारात आई औऱ द्वार भी लगी और सबकुछ शांतिपूर्वक विधि-विधान से हो रहा था. सभी लोग जयमाला के लिए बैठे थे, गर्मी के मौसम कुलर की ठंडी-ठंडी हवा भी बाराती-घराती को मिल रही थी. इस दरमियान किसी घराती ने अपनी तरफ कूलर की हवा मोड़ ली. इसे लेकर बारातियों ने विरोध किया, जो बाद में कहासूनी पर आ गयी औऱ फिर देखते-देखते झगड़ा इतना बदल गया कि खूनी संघर्ष होने लगा. भगदड़ औऱ अफरा-तफरी के चलते जयमाला रुक गयी. 34 साल के कमल कुमार को घरातियों ने इतना पीट दिया कि उसकी हालत नाजुक हो गयी. उपचार के लिए अस्पताल लाया तो उसकी मौत हो गयी. इस खबर से सभी के पैरो तले जमीन खिसकर गई, क्योंकि ऐसी दुखद घटना किसी नहीं सोची थी. 

पुलिस के पहरे के बीच हुई शादी 

शादी में इस कांड से सभी हैरत पड़ गये, जहां खुशियां होनी थी, वहां एक बड़ी अनहोनी घट गयी. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने मामले को शांत कराया औऱ मारपीट में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में लिया. पुलिस के पहरे में फिर शादी हुई .लेकिन जो खुशियां होनी चाहिए थी, वह नहीं आ सकी. बारातियों में काफी मायूसी का माहौल था.