रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन भी डुमरी विधायक जयराम महतो सदन के बहार अंदर विस्थापन के मुद्दे पर सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचा है. लगातार सदन की कार्रवाही स्थगित होने की वजह से कई विधायकों का सवाल सदन में नहीं हो पाया. जिससे जयराम महतो ने अलग तरीके से अपना विरोध दर्ज करवाया. सदन की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे तो टी शर्ट पर अपनी मांग को प्रिंट करवा कर पहुंचे जिससे बिना बोले ही उनकी बात सरकार से लेकर अध्यक्ष तक पहुँच गई.

'द न्यूज़ पोस्ट' से बात करते हुए डुमरी विधायक जयराम महतो ने बताया कि सदन की कार्यवाही चल नहीं पा रही है. ऐसे में जनता के मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पाई है. लेकिन उन्हें अपनी बात सदन के माध्यम से सरकार तक पहुंचानी है. जरुरी नहीं है कि उसके लिए हर बार बोलने की जरुरत हो. उन्होंने कहा कि झारखण्ड में विस्थापितों का दर्द कौन जानेगा. हर जगह आंदोलन चल रहा है.लेकिन कम्पनी और सरकार सुनने को तैयार नहीं है.

उन्होंने कहा कि झारखण्ड में बात जल जंगल जमीन की होती है. लेकिन यहां जल जंगल जमीन सब लूट रहा है. कई आंदोलन इसे बचाने के लिए चल रहे है, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं है. हर जगह सिर्फ लाठी डंडा चल रहा है. लेकिन अब आंदोलन जोर पकड़ेगा. उन्होंने कहा कि आने वाले दिन में राज्य में अराजकता जैसा माहौल भी देखने को मिलेगा. सरकार अगर सचेत नहीं हुई तो माहौल क्या होगा इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है.