रांची(RANCHI): JMM ने आज यानी शनिवार को अपने केंद्रीय कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा किए. पार्टी के सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव आयोग का काम निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव कराना था. लेकिन साल 2014 के बाद चुनाव आयोग एक विशेष दल के दबाव में आकर काम कर रहा है.

चुनाव आयोग इशारे पर कर रही काम 

सुप्रीयो ने 2017 गुजरात चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि चुनाव में बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख चुनाव की तारीख का फैसला करते है और उसे पहले ही सोशल मीडिया पर डाल देते है. उसके बाद चुनाव आयोग डेट जारी करती है. उन्होंने हाल ही में हुए हिमाचल प्रदेश के चुनाव की घोषणा पर कहा कि चुनाव का ऐलान ऐसे समय में होता है जब प्रधानमंत्री वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत करते है. लेकिन आयोग ने गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया. क्योंकि इस बार गुजरात में भाजपा की हालत खराब है. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि चुनाव आयोग किसके इशारे पर काम कर रहा है.

क्षेत्रीय पार्टी को खत्म करना चाहती भाजपा

सुप्रीयो ने कहा कि भाजपा क्षेत्रीय पार्टी को खत्म करना चाहती है. इसका उदाहरण रामविलास पासवान के निधन के बाद  साफ तौर पर देखा गया. किस तरह से पार्टी के सिंबल को जब्त किया फिर नेताओं को तोड़ा और ऐसा ही भाजपा ने महाराष्ट्र में भी किया.

मामले पर न्यायालय को  लेना चाहिए संज्ञान 

वहीं, उन्होंने हिमाचल में एक चरण में चुनाव कराने पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि झारखंड में आठ चरण में चुनाव कराया जाता है, लेकिन हिमाचल में एक चरण में. दोनों राज्य एक सामान और छोटा है. इसके पीछे भाजपा की एक चाल है. क्योंकि आठ चरणों में भाजपा को चुनाव प्रचार करने का समय अधिक मिलता है. और उस दौरान प्रधानमंत्री खुद नजदीकी विधानसभा सीट पर जाकर प्रचार करते हैं ताकि चुनाव प्रभावित करते है. वहीं, उन्होंने कहा कि इस मामले में झामुमो चुनाव आयोग में शिकायत कर थक चुका है. देश में निर्वाचन की तिथि कोई दल तय करता है तो यह देश के लिए हानिकारक है. इस पर अब न्यायालय को संज्ञान लेना चाहिए.

रिपोर्ट: समीर हुसैन, रांची