धनबाद (DHANBAD) : धनबाद में बुधवार को सिंह मेंशन और रघुकुल के समर्थकों के आमने-सामने होने की संभावना को देखते हुए धनबाद पुलिस चौकस और चौकन्ना है. सुरक्षा के ठोस इंतजाम किए गए है. धनबाद के बहुचर्चित पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले में लोअर कोर्ट 27 अगस्त को अपना फैसला सुनाएगी, इस हत्याकांड के फैसले की तिथि को देखते हुए कोर्ट परिसर में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए है. 27 अगस्त यानी कल कोर्ट परिसर छावनी में तब्दील रहेगा और जांच पड़ताल के बाद ही कोर्ट परिसर में प्रवेश की अनुमति मिल सकती है.  

संजीव सिंह को अभी हाल ही में मिली है सशर्त जमानत 

इस मामले में अभी हाल ही में जेल में बंद  झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह को सुप्रीम कोर्ट से सशर्त  जमानत मिली है. उनकी जमानत में शर्त है कि वह धनबाद में प्रवेश नहीं करेंगे, जब तक की ट्रायल कोर्ट उन्हें नहीं बुलाये. इस बीच मंगलवार को संजीव सिंह के अधिवक्ता मोहम्मद जावेद ने The Newspost को बताया कि कल संजीव सिंह फैसले के समय कोर्ट में हाजिर रहेंगे. कोर्ट परिसर में कल दोनों पक्ष के समर्थक भी मौजूद रह सकते है. इसका भान पुलिस को है और उसके लिए पुलिस सक्रिय और सजग है. सुरक्षा की ठोस व्यवस्था का खाका खींच लिया गया है. कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी. 

21 मार्च "2017 को नीरज सिंह समेत चार की हुई थी हत्या 

बता दें कई 21 मार्च "2017 को धनबाद के सरायढेला के स्टील गेट में नीरज सिंह, उनके पीए अशोक यादव, ड्राइवर घल्टू महतो और अंगरक्षक मुन्ना तिवारी की हत्या कर दी गई थी.  इस घटना ने कोयलांचल को झकझोर दिया था. हत्याकांड में गोलियों की बारिश की गई थी. 21 मार्च '2017 को नीरज सिंह अपनी गाड़ी से अपने घर लौट रहे थे. इसी दौरान घात लगाए अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी. सैकड़ों राउंड फायरिंग की गई. घटनास्थल पर ही चारों लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद कोयलांचल में सन्नाटा पसर गया था. झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह ने  थाने में सरेंडर किया था. इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था.आठ साल से अधिक समय के बाद उन्हें सुप्रीम कोर्ट से सशर्त जमानत मिली है.

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो