रांची(RANCHI): झारखंड में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो गिरिडीह जिला का है.इस वीडियो में पुलिस एक एक कर युवकों को घर से बाहर निकाल कर पीट रही है. वीडियो के वायरल होने के बाद भाजपा नेताओं ने इसे शेयर कर सरकार पर आरोप लगाया है.
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मारांडी ने इसे अपने ट्विटर पर पोस्ट कर बताया है कि यह वीडियो चार अक्टूबर का है. बाबूलाल ने लिखा कि यह वीडियो गिरिडीह के एक मस्जिद का है साथ ही बाबूलाल ने दावा किया कि वीडियो में विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और सरफराज अहमद के दबाव में डीएसपी और पुलिस अधिकारी बेकसूर लोगों पर लाठी चला रहे हैं.
बाबूलाल के ट्वीट में यह भी लिखा है कि सन्नी और रोहित को स्थानीय लोगों ने पहले मस्जिद में ले जाकर पिटाई की किसी तरह दोनों ने फोन कर अपने दो साथियों को इसकी जानकारी दी तो उसके दोस्त दीप और चंदन गुप्ता वहां पहुंच गए. इसके बाद बाबूलाल के मुताबिक चारों युवकों को मस्जिद के कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा गया और चारों युवकों पर धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया.
बाबूलाल ने एक और ट्वीट में लिखा है कि घटना की जानकारी विधायक को मिलते ही सुदिव्य कुमार सोनू और सरफराज अहमद भी वहां पहुंचे. लेकिन दोनों विधायकों ने युवकों को अस्पताल ले जाने के बजाय फिर पुलिस से चारों की पिटाई करा दिया. बाबूलाल ने लिखा है कि यह मामला एक पक्षीय प्रतीत होता है और पुलिस इसमें निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करे. कहीं ऐसा ना हो किसी एक समुदाय को खुश करने में चार युवकों का कैरियर बर्बाद हो जाए. बाबूलाल मरांडी इसे सरकर की तुष्टीकरण की राजनीति बता रहे हैं. हालांकि इस वीडियो का the news post पुष्टि नहीं करता है.
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