देवघर (DEOGHAR) : 16वें वित्त आयोग की टीम ने देवघर सर्किट हाउस में संथाल परगना क्षेत्र के विकास को लेकर बैठक की. आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया की अध्यक्षता में हुई. बैठक में आयोग के सभी सदस्यों के अलावा देवघर, दुमका, पाकुड़, गोड्डा, साहेबगंज और जामताड़ा के अधिकारी, सभी जिलों के जिला परिषद अध्यक्ष, कुछ प्रखंड प्रमुख, निगम और परिषद के प्रशासक, देवघर के उपायुक्त और अधिकारी मौजूद थे.

आयोग ने सभी पंचायती राज प्रतिनिधियों से सीधा संवाद कर क्षेत्र से परिचित होने के बाद कैसे बेहतर विकास की संभावनाएं बन सकती हैं, इस पर गंभीरता से चर्चा की. इसके अलावा नगर निगम और नगर परिषदों की आधारभूत संरचना को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है, इस पर भी आयोग ने अधिकारियों की बात गंभीरता से सुनी. करीब 1 घंटे तक चली बैठक में जनप्रतिनिधियों ने आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया को लिखित सलाह भी दी.

बैठक समाप्त होने के बाद देवघर के उपायुक्त नमन प्रियश लकड़ा ने बताया कि आयोग ने इस बात पर चर्चा की गई है कि संथाल परगना के सभी जिलों का बेहतर विकास कैसे हो सकता है. आयोग के संज्ञान में जो भी बातें लाई गई, उन पर विचार किया गया. इसे गंभीरता से लिया गया.

उपायुक्त ने कहा कि वित्त आयोग शहरों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए अधिक सहायता प्रदान करता है. लेकिन जिस तरह से शहरों का विकास हो रहा है, उसे देखते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों ने आयोग से अधिक हिस्सेदारी देने का अनुरोध किया है. बैठक समाप्त होने के बाद जिला प्रशासन ने अध्यक्ष समेत सदस्यों को प्रतीक चिह्न और शॉल भेंट किया. कुल मिलाकर संथाल परगना के विकास का रोड मैप तैयार करने के लिए यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है. उम्मीद है कि वित्त विभाग जो भी नीति बनाएगा, उसमें संथाल परगना का जरूर ध्यान रखा जाएगा.

रिपोर्ट-ऋतुराज