रांची (RANCHI) : JPSC विवाद में गुरुवार को एक नया मोड़ आ गया जब लोहरदगा की एक अभ्यर्थी ने मीडिया के सामने आयोग के खिलाफ सबूत पेश कर दी. अगर महिला अभ्यर्थी का दावा सही है तो आयोग की कार्यशैली पर एक बड़ा सवाल है. आयोग के साख पर इस मामले से बड़ा धब्बा लग सकता है.
क्या है मामला
लोहरदगा केंद्र की छात्रा प्रिया पांडे का ओएमआर शीट के कार्बन कॉपी के मुताबिक आया है 132 नंबर है. जेनरल कैटेगरी का कटऑफ है 260. ऐसे में प्रिया के मुताबिक वह फेल है. लेकिन आयोग द्वारा जारी रिजल्ट के मुताबिक उसका रोल नंबर पास है. प्रिया को इस बात की जानकारी तक नहीं. उधर प्रिया को बुलाकर आयोग ने कई सवाल किए और आवेदन पत्र भी लिखाया. आवेदन पत्र में परीक्षा केंद्र पर हुई गड़बड़ियों की बाबत स्वीकोरोक्ति के लिए कहा गया था, जिससे प्रिया ने इंकार कर दिया. बकौल प्रिया, इसकी जानकारी मैं कैसे दे दूं, जब मैंने ऐसा कुछ खुद देखा ही नहीं.
बहरहाल, इस मामले में कौन सच्चा है और कौन झूठा, इस बात का खुलासा तो जांच के बाद ही होगा. अगर महिला अथ्यर्थी के सबूत सही पाए गए तो आयोग की साख पर बड़ा धब्बा लगेगा.
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